जौ एक रबी फसल है इसे ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है, समुद्र तल से 4000 मीटर की ऊंचाई पर जौ की खेती सफलतापूवर्क की जा सकती है | जौ की खेती के लिए ठंडी व नम जलवायु को सबसे अच्छा माना जाता है |
जौ की खेती के लिए जल निकासी
जौ की खेती के लिए उचित जल निकासी वाली भूमि उपयुक्त होती है | भारी भूमि जिसमे से जल की निकासी नही हो पाती है, ऐसी भूमि में जौ की खेती बिल्कुल न करे |
खेत की तैयारी
जौ की फसल के लिए गेहूं के मुकाबले कम खेत को कम तैयार करने की जरूरत होती है| इसके लिए बस आपको एक जुताई मिट्टी पलटने के लिए और दो से तीन जुताई देशी हल या हैरो लगाकर करनी होती है|
कितने समय में होती फसल
जौ की फसल कम समय में तैयार हो जाती है | इसकी फसल की बुवाई नवंबर में की जाती है, तथा मार्च के अंतिम सप्ताह तक फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है |
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