राजमा की बुवाई का काम मौसम के अनुकूल किया जाता हैं जैसे हरयाणा और पंजाब जैसे राज्य में राजमा का उत्पादन अक्टूबर माह में किया जाता हैं और वही महाराष्ट्र और बिहार में इसकी खेती नवंबर माह में कर दी जाती है।
राजमा की खेती के लिए चयनित मिट्टी
राजमा की खेती को किसी भी प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता हैं ,लेकिन राजमा की अच्छी पैदावार के लिए हल्की दोमट मिट्टी की आवश्यकता रहती है।
राजमा की खेती के लिए भूमि की तैयारी
किसानो द्वारा खेत की जुताई कल्टीवेटर द्वारा की जाती हैं ताकि भूमि की मिट्टी को अच्छे से पलटा जा सके। भूमि के अंदर नमी का बना रहना जरुरी हैं ताकि राजमा की बुवाई का काम अच्छे से किया जा सके।
राजमा की फसल में सिंचाई
राजमा की फसल में सिर्फ 2-3 बार पानी लगाया जाता हैं। बुवाई के २ सप्ताह बाद पहला पानी लगाया जाता हैं। इसके बाद दूसरा पानी 20-25 दिन के अंतराल पर लगाया जाता है।