फलदार पौधों के लिए मिट्टी की तैयारी बहुत महत्वपूर्ण है।– मिट्टी को भुरभुरी और उपजाऊ बनाएं।– गोबर की खाद, कम्पोस्ट, या जैविक खाद का उपयोग करें।
सही पौधों का चयन करेंबागवानी में सफलता के लिए सही पौधों का चयन करना जरूरी है।– अपने क्षेत्र की जलवायु के अनुसार पौधों का चुनाव करें।– जैसे आम, नींबू, अमरूद, और पपीता गर्म क्षेत्रों के लिए उपयुक्त हैं।
पौधों को बढ़ने के लिए पर्याप्त पानी की जरूरत होती है।– गर्मियों में हर 2-3 दिन में पानी दें।– सर्दियों में हर 5-7 दिन में पानी देना चाहिए।
जैविक खाद का उपयोग पौधों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।– घर में बनी कम्पोस्ट, केंचुआ खाद या वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करें।– गोबर की खाद भी एक अच्छा विकल्प है।
बागवानी में कीटों से बचाव के लिए प्राकृतिक उपाय अपनाएं।– नीम के तेल का स्प्रे करें, जो कीटों को दूर रखता है।– लहसुन और मिर्च का मिश्रण बनाकर पौधों पर छिड़काव करें।
प्रूनिंग या पौधों की कटाई-छंटाई से उनकी वृद्धि में सुधार होता है।– सूखी और मरी हुई शाखाओं को हटाएं।– फलों की बेहतर गुणवत्ता के लिए अनावश्यक शाखाओं को काटें।
फलों की कटाई सही समय पर करना जरूरी है।– कच्चे फल जल्दी काटने से उनका स्वाद फीका रहता है।– पकने के बाद ही फल काटें ताकि उनका स्वाद और पोषण बना रहे।