आधुनिक समय में रेशम निर्मित वस्त्रों का संचालन काफी तीव्रता से बढ़ रहा है, जिसकी वजह से बाजार में इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है।
– रेशम उत्पादन के मामले में भारत विश्व का चीन के बाद दूसरा देश है। इसका उत्पादन रेशम के कीड़ों द्वारा होता है, जिसे हम रेशमकीट पालन कहते हैं।
– बलुई-दोमट जमीन शहतूत वृक्षारोपण के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है। शहतूत के पौधों को उसरीली मृदा में नहीं लगाना चाहिए।
– रेशम की बढ़ती मांग को देखते हुए इसमें रोजगार की संभावनाएं काफी अधिक हैं।
– भारत के अंदर विशेष रूप से शहतूत पर कीटों द्वारा रेशम उत्पादन पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, जम्मू और कश्मीर, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु में किया जाता है।