अच्छे गुणवत्ता वाले HYV या प्रमाणित बीजों का चुनाव करें जो रोग प्रतिरोधक और अधिक उत्पादन देने वाले हों।
खेत को गहरी जुताई करें और मिट्टी की जांच कर उचित उर्वरकों का प्रयोग करें।
गेहूं की फसल को समय पर सिंचाई देना जरूरी है – खासकर कल्ले बनने और बालियाँ आने के समय।
फसल को समय-समय पर जांचें और जैविक या रासायनिक उपायों से कीटों और बीमारियों से बचाएं।
फसल को समय पर काटें और सुखाकर अच्छे भंडारण में रखें, जिससे नुकसान से बचा जा सके और लाभ अधिक मिले।