अरबी की खेती हर तरह की उपजाऊ मिट्टी में की जा सकती है। इसकी खेती के लिए उचित जल निकासी वाली भूमि की आवश्यकता होती है | बालुई दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है।
खेत की तैयारी
अरबी की बुवाई के लिए खेत की तैयारी करने लिए खेत की दो से तीन बार गहरी जुताई करनी चाहिए। खेत में पौधा बोने से 15 से 20 दिन पहले गोबर की खाद को खेत में मिला दें।
बुवाई का तरीका
अरबी की बुवाई के लिए खेत की तैयारी करने लिए खेत की दो से तीन बार गहरी जुताई करनी चाहिए। खेत में पौधा बोने से 15 से 20 दिन पहले गोबर की खाद को खेत में मिला दें।
फसल में सिंचाई प्रबंधन
बारिश के मौसम में पैदावार प्राप्त करने के लिए लगाए गए पौधों को अधिक सिंचाई की आवश्यकता होती है। इसके अतिरिक्त यदि कंदो की रोपाई बारिश के मौसम में की गई है, तो इसके पौधों को अधिक सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है |
अरबी की खेती से होने वाली कमाई
अरबी की फसल 130 से 140 दिनों में तैयार हो जाती है। अगर किसान अच्छे से करता है तो एक एकड़ से 100 - 120 क्विंटल पत्तों का उत्पादन कर सकते है।
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