मटर की खेती के लिए पीएच रेंज 6.5 -7.5 के साथ अत्यधिक घुलनशील लवणों से मुक्त अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी फसल की सफल खेती के लिए उपयुक्त है।
मटर की बुवाई का सही समय क्या है?
मटर की बुवाई का समय अक्टूबर के मध्य से नवम्बर के मध्य तक है। मटर को हल के पीछे बौनी प्रजातियाँ को 20 सेन्टी मीटर तथा लम्बी प्रजातियों को 30 सेन्टी मीटर की दूरी पर बुवाई करनी चाहिएI
फसल में पोषक तत्व प्रबंधन
मटर की फसल में नाइट्रोजन 20 किलोग्राम, फास्फोरस 60 किलोग्राम, पोटाश 40 किलोग्राम तथा गंधक (सल्फर) 20 किलोग्राम प्रति हेक्टर (एक हेक्टर में 2. 5 एकड़ जमीन होती है) की दर से तत्व के रूप में प्रयोग करना चाहिए I
बीज का बीजोपचार
फसल को बीज जनित रोगों के बचाव के लिए थिरम 2 ग्राम या मैन्कोजेब 3 ग्राम या 4 ग्राम ट्राईकोडरमा से प्रति किलोग्राम बीज को बुवाई से पहले शोधित करना अति आवश्यक है.
फसल की कटाई
मटर की फसल को पूर्ण पकाने पर ही कटाई करनी चाहिए। कटाई के पश्चात फसल की मड़ाई करके दाना निकाल लेना चाहिए।