जीएम सरसों की बुवाई से किसानों को होगा फायद, बढ़ेगी उत्पादकता

वर्तमान में देश में जीएम सरसों (जेनेटिकली मॉडिफाइड सरसों) की व्यवसायिक खेती पर चर्चा हो रही है। केंद्र सरकार ने इसकी व्यवसायिक खेती को मंजूरी देने के बाद से इस पर चर्चा जारी है।

क्या होती है जेनेटिकली मॉडिफाइड सरसों ?

जेनेटिकली मॉडिफाइड सरसों (जीएम सरसों) दो अलग-अलग पौधों की किस्मों को मिलाकर बनाया गया है। इसका अर्थ है कि यह लैब-तैयार हाइब्रिड वेरायटी है। इसका उत्पादन अधिक रहता है और रोग लगने का खतरा कम है।

जीएम सरसों उगाने के फायदे

विरोधियों का दावा है कि जीएम सरसों, विशेष रूप से धारा सरसों हाइब्रिड (DMC-11) में सरसों की फसल की पैदावार को काफी बढ़ाने की क्षमता है।

जीएम सरसों घरेलू सरसों तेल उत्पादन को बढ़ाकर भारत की आयात निर्भरता को कम कर सकता है। इससे विदेशी मुद्रा की बचत और खाद्य तेल उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ सकती है।

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