ब्राह्मी की खेती कैसे की जाती है ?

यह पौधा विभिन्न प्रकार की मिट्टी और जलवायु परिस्थितियों में उगाया जा सकता है।

खेत को अच्छी तरह जुताई करके खरपतवार मुक्त बनाएं।

4-5 सेमी लंबी कटिंग, जिनमें कुछ पत्तियां, गांठें और जड़ें हों, आदर्श रोपण सामग्री हैं।

– रोपाई के बाद तुरंत सिंचाई आवश्यक है। – - उसके बाद आवश्यकतानुसार 7-8 दिन के अंतराल पर बाढ़ सिंचाई करें।

शुरू में हर 5-20 दिनों पर हाथ से खरपतवार निकालना आवश्यक है।

– फूल आना: फसल रोपाई के 3 महीने बाद शुरू होते है। – कटाई: रोपाई के 3-4 महीने बादअक्टूबर-नवंबर के बीच करें।

जनवरी के महीने में सब्जी और फलों के बागों में किए जाने वाले कार्य