टपिओका की खेती कैसे की जाती है जानिए सम्पूर्ण जानकारी

टपिओका एक उष्णकटिबंधीय फसल है, जिसे मुख्य रूप से दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में उगाया जाता है।

– भूमि को 20-25 सेमी गहरी खुदाई या जोताई की जाती है। मिट्टी की बनावट और भूमि की ढलान के आधार पर टीले, क्यारियां या ऊँचे बिस्तर तैयार किए जाते हैं।

– 20-25 सेमी लंबाई के सेट्स को 5 सेमी गहराई पर बेड, टीले या क्यारियों में लगाया जाता है। सेट्स को उल्टा लगाने से बचना चाहिए।

- मूल खाद: 125 टन/हेक्टेयर गोबर खाद भूमि की तैयारी के समय डालें। - उर्वरक: - 50 किलोग्राम नाइट्रोजन, 50 किलोग्राम फॉस्फोरस, 50 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर।

केरल में इसे वर्षा आधारित फसल के रूप में उगाया जाता है, जबकि तमिलनाडु में सिंचाई से उगाया जाता है।

- कटाई: - लंबी अवधि की किस्में: 10-11 महीने बाद। - अल्पावधि किस्में: 6-7 महीने में।

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