चाउ चाउ की खेती से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
चाउ चाउ एक एकल बीज वाली विविपेरस ककड़ी होती है। यह उत्तर पूर्वी क्षेत्र के आदिवासी समुदायों की आहार प्रणाली में काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होती है।
चाउ चाउ की सब्जियों को 1500 मीटर ऊंचाई तक उत्पादित किया जा सकता है। यह एक ग्रीष्मकालीन फसल है.
– इस फसल को अधिक उपज के लिए अच्छी जल निकासी वाली और ढीली उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है।
– खेत की काफी ज्यादा बारीक जुताई करनी चाहिए और 2.5 x 2 मीटर की दूरी पर 30 सेमी x 30 सेमी x 30 सेमी आकार के गड्ढे जरूर खोदने चाहिए।
– चाउ चाउ की खेती में ड्रिप सिंचाई सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है। गर्मियों की फसल को 3 से 4 दिनों की समयावधि पर बार-बार सिंचाई की आवश्यकता होती है।
– प्रति हेक्टेयर उर्वरक की अनुशंसित खुराक 50-100 किग्रा N , 40-60 किग्रा P2O5 और 30-60 किग्रा K2O है।
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