लौंग की खेती कैसे की जाती हैं जानिए सम्पूर्ण जानकारी
लौंग एक मसाला है। लौंग एक सुगंधित मसाला है, जो रसोई में खाना पकाने, आयुर्वेदिक औषधि बनाने और खुशबूदार पदार्थ बनाने में प्रयोग किया जाता है।
इसे न अत्यधिक गर्मी सहन होती है और न ही अधिक ठंड। इसकी खेती के लिए 20°C से 30°C तक का तापमान उपयुक्त माना गया है।
लौंग की खेती में उपयोग के लिए पके हुए फलों से बीज निकालकर तुरंत नर्सरी में बो दिए जाते हैं। लगभग पांच से छह सप्ताह में बीज अंकुरित हो जाते हैं।
रोपाई के बाद पौधों को छाया प्रदान करें। पौधों के चारों ओर सूखी पत्तियों से मल्चिंग करें और आवश्यकता पड़ने पर निराई-गुड़ाई करें।
एक वर्ष पुराने पौधों को जून-जुलाई और सितंबर-अक्टूबर में दो बार खाद दी जाती है। इसमें 15 किग्रा गोबर की खाद, 20 ग्राम नाइट्रोजन, 20 ग्राम फॉस्फोरस और 60 ग्राम पोटाश डाला जाता है।
लौंग के पौधे रोपाई के छठे वर्ष से फल देना शुरू करते हैं। फूलों की कलियों की कटाई तभी करनी चाहिए जब वे पूरी तरह से परिपक्व हो जाएं, लेकिन खिलने से पहले।