जानें कोनसी सरकार दे रही है ढैंचे के बीज पर सब्सिडी

ढैंचा क्या होता है?

ढैंचा एक दलहनी फसल है, जिसका वानस्पतिक नाम Sesbania bispinosa  है। इसका प्रयोग हरी खाद के रूप में किया जाता है।

ढैंचा की खेती करने के लिए उपयुक्त मिट्टी और जलवायु

अगर ढैंचे की खेती हरी खाद के रूप में की जाती है तो इसे हर प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है। बीज की फसल की अच्छी उपज पाने के लिए इसके लिए काली मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है।

बुवाई के लिए खेत की तैयारी

बुवाई करने से पहले खेत को अच्छी तरह से जुताई करके तैयार कर ले। खेत की जुताई मिट्टी पलटने वाले हलो से करे, खेत की गहरी जुताई करने के बाद थोड़े समय तक खेत को खाली छोड़ दे।

ढैंचा बीज पर सब्सिडी

हरियाणा सरकार किसानो को ढैंचा की खेती करने पर प्रोत्साहन के रूप में बीज की खरीद पर 80 फीसदी छूट दे रही है। जिसमे एक किसान अधिकतम 120 kg ढैंचा का बीज प्राप्त कर सकेगा।

फसल में सिंचाई प्रबंधन

ढैंचा की फसल में सिंचाई की ज्यादा आवश्यकता नहीं होती है। क्योकि ये एक खरीफ सीजन की फसल है। खरीफ के मौसम में समय-समय पर बारिश होती रहती है इसलिए इस फसल में ज्यादा सिंचाई नहीं करनी पड़ती है।

फसल की कटाई

ढैंचा की फसल तक़रीबन 4 से 5 माह में कटाई करने के लिए तैयार हो जाती है। जब इसके पौधों का रंग सुनहरा पीला दिखाई देने लगे तब फलियों की शाखाओ को काट ले, तथा शेष बचे हुए भाग को ईंधन के रूप में उपयोग कर सकते है।

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