मूली की खेती जानिए मूली की फसल उत्पादन के बारे में

खेती के लिए उपयुक्त जलवायु

यह ठन्डे मौसम की फसल है इसके बढ़वार हेतु 10 से 15 डिग्री सेंटीग्रेट अच्छा तापक्रम होता हैI अधिक तापक्रम पर जड़े कड़ी तथा कड़वी हो जाती हैI

बुवाई के लिए खेत की तैयारी

मूली की खेती वर्षा समाप्त होने के बाद की जाती हैI पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से तथा दो-तीन जुताई कल्टीवेटर या देशी हल से करके खेत को भुरभुरा बना लेना चाहिएI

बुवाई का उत्तम समय

मूली की बुवाई सितम्बर और अक्टूबर माह में की जाती है I लेकिन कुछ प्रजातियों की बुवाई अलग-अलग समय पर की जाती हैI जैसे की पूसा हिमानी की बुवाई दिसम्बर से फरवरी तक की जाती है तथा पूसा चेतकी प्रजाति को मार्च से मध्य अगस्त माह तक बोया जाता है

सिंचाई

पहली सिंचाई तीन चार पत्ती की अवस्था पर करनी चाहिए I मूली में सिंचाई भूमि के अनुसार कम ज्यादा करनी पड़ती हैI सर्दियों में 10 से 15 दिन के अंतराल पर तथा गर्मियों में प्रति सप्ताह सिंचाई करनी चाहिएI

कटाई और उपज

किसान भाइयों कटाई हेतु जब खेत में मूली की जड़े खाने लायक हो जाये अर्थात बुवाई के 45 से 50 दिन बाद जड़ो को सुरक्षित निकालकर सफाई करके बाद में बाजार में बेच देना चाहिए I 

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