लीची के पेड़ों की ऐसे करें देखभाल मिलेगी बम्पर कमाई

कब करें पेड़ों की छटाई?

बेहतर फल उत्पादन के लिए किसानों को लीची तुड़ाई के तुरंत बाद ही जून-जूलाई में लीची के पेड़ों की छटाई करनी चाहिए. लीची फलने वाली डाली को एक फीट छोटा कर सेंटर ओपनिंग करनी चाहिए.

कहाँ होता है सबसे ज्यादा लीची का उत्पादन?

मुजफ्फरपुर लीची उत्पादन का हब माना जाता है. यहां के किसानों के लिए लीची की खेती आय का सबसे ब़ड़ा स्रोत है. 

क्या है किसानों का गलत तरीका?

अधिकतर किसान लीची तुड़ाई के बाद अगले सीजन पर ही लीची के बागों पर ध्यान देते हैं. किसानों का ये तरीका गलत है

लीची की तुड़ाई करने के बाद किसान करें ये काम

लीची की तुड़ाई का काम पूरा हो चुका है. सभी किसानों को अभी ही लीची के पौधों की कटाई छटाई कर लेनी चाहिए. पेड़ की जिस डाली पर लीची फली थीं,  उसे 1 फीट छोटा कर दें. उसके बाद पौधे का सेंटर ओपनिंग करना चाहिए.

बारिश के समय लीची को किसकी होती है ज़रूरत?

देश के अधिकांश हिस्सों के साथ बिहार में भी बारिश शुरू हो गई. किसानों को अभी तुरंत लीची के पेड़-पौधों के जड़ पर केमिकल फर्टिलाइजेशन या गोबर खाद डालना चाहिए.

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