शलजम की खेती करके आप भी कमा सकते हैं अच्छा मुनाफा जानिए इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी
शलजम की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु और भूमि
शलजम की खेती शीतोष्ण एवं समशीतोष्ण दोनों ही तरह की जलवायु में की जा सकती है। मतलब की शलजम की खेती ठंडी जलवायु में की जाती है।
बुवाई के लिए खेत की तैयारी
खेत की तैयारी के लिए पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से या प्लाव से करनी चाहिए। इसके बाद दो तीन जुताई देसी हल, हैरो, कल्टीवेटर से करते हुए पाटा लगाकर समतल बनाते खेत को भुरभुरा बना लेना चाहिए।
फसल की बुवाई
हाड़ी क्षेत्रो में जुलाई से अक्टूबर तक की जाती है, मैदानी क्षेत्रो में सितम्बर से अक्टूबर तक बुवाई की जाती है।
फसल की कटाई
जब शलजम की जड़े खाने लायक आकर की अर्थात 5 से 7 सेंटीमीटर के डाईमीटर हो तब इसकी खुदाई करनी चाहिए।
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