घर के उत्तर पश्चिम दिशा में बेलपत्र का पेड़ लगाना शुभ माना जाता हैं। शास्त्रों में बताया गया हैं बेलपत्र के पेड़ की पूजा सिर्फ मनुष्य ही नहीं भगवान् भी करते है।
बेलपत्र कब न तोड़े ?
बेलपत्र को नवमी ,चतुर्थी ,अष्टमी ,अमावस्या ,संक्रांति काल और सोमवार को बेलपत्र तोडना अशुभ माना जाता हैं। बेलपत्र को कभी टहनी समेत नहीं तोडना चाहिए, चढ़ावे के लिए सिर्फ बेलपत्र के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता हैं।
बेल के पौधे का क्या महत्व क्या हैं
हिन्दू धर्म में बेल के पेड़ का बहुत महत्व है। हिन्दू धर्म में बेल के पत्तों ,फलो ,और लकड़ियों का उपयोग पाठ पूजा में किया जाता हैं।
बेल पत्र से होने वाले फायदे
बेल पत्र के पेड़ की छाल ,जड़ और पत्तों का उपयोग बहुत से रोगो का इलाज करने के लिए किया जाता हैं। बेल पत्र का उपयोग मसूड़ों से खून आना ,पीलिया होना और अस्थमा जैसे बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता हैं।