ताजा एलोवेरा जैल अपने घरेलू औषधीय महत्व के लिए जाना जाता है। इसी वजह से एलोवेरा को फर्स्ट-एड या मेडिसिन पौधा भी कहा जाता है।
भूमि कैसे तैयार करें
खेती करने से पहले भूमि की दो बार हैरो या कल्टीवेटर से जुताई कर खेत को साफ कर लेना चाहिए। आवश्यकता पड़ने पर जल निकासी के लिए छोटी नालिया तैयार की जानी चाहिए।
खाद प्रबंधन
लगभग एक एकड़ में 10 टन गोबर की खाद डाली जाती है, ये फसल बिना खाद के भी अच्छी पैदावार देती है। अगर आप फसल में खाद का प्रयोग भी करें तो केवल जैविक खाद का ही प्रयोग करें ताकि फसल का मूल्य अच्छा मिले।
एलोवेरा की मुख्य किस्में
- I.C 111271
- IC 111280
- IC 111269
- IC 111273
- L -2,5
बिजाई का तरीका
इसकी बिजाई सकर या राइजोम-कटिंग के द्वारा की जाती है। पहले सकर या राइजोम-कटिंग को एकत्रित कर लेना है बाद में खेत में इनको लगना है।
फसल की कटाई
पौधे लगने के 8 से 10 महीने बाद फसल कटाई के लिए तैयार होती है। एक एकड़ में लगभग 10 टन की उपज आती है। दूसरे वर्ष उपज 15 से 20 % बढ़ जाती है।
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