ग्वार की खेती कैसे की जाती है जाने सम्पूर्ण जानकारी?

ग्वार की खेती के लिए मिट्टी

ग्वार एक उष्णकटिबंधीय पौधा है। इसके लिए गर्म मौसम की आवश्यकता होती है। फसल को 30 से 35०C तापमान की आवश्यकता होती है। बुवाई के समय तापमान उचित अंकुरण के लिए 32 से 38०C तापमान को प्रोत्साहित करता है।

भूमि की तैयारी

रबी फसल की कटाई के बाद मोल्ड बोर्ड हल या डिस्क हैरो से एक गहरी जुताई करें। उसके बाद 1-2 हल जोतना या पाटा लगाना आवश्यक है।

बुवाई का समय

फसल जुलाई के प्रथम सप्ताह से 25 जुलाई तक बोई जाती है। जहां सिंचाई की सुविधा है वहां फसल जून के अंतिम सप्ताह में या मानसून की शुरुआत के बाद भी उगाया जा सकता है।

बीज उपचार

फसल को मिट्टी जनित रोग से बचाने के लिए बीज को 2 ग्राम थीरम और 1 ग्राम कार्बेन्डाजिम से उपचारित किया जा सकता है। बीजों को बोने से 2-3 दिन पहले उपचारित किया जाना आवश्यक होता है।

सिंचाई और जल निकासी

फसल के अच्छे उत्पादन के लिए फूल और फली के समय एक सिंचाई की जा सकती है। यदि फसल नमी की कमी से ग्रस्त है तो फली बनाने के चरण में फसल में सिचाई करना आवश्यक है।

कटाई

दाने वाली फसल के लिए, कटाई तब की जाती है जब पत्तियाँ सूख जाती हैं और 50% फली भूरी हो कर सुख जाती है। कटाई के बाद फसल को धूप में सुखाना चाहिए फिर हाथ से या थ्रेसर द्वारा थ्रेशिंग की जाती है।

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