काली मिट्टी सबसे अधिक महाराष्ट्र और दूसरे स्थान पर गुजरात राज्य में पाई जाती है। काली मिट्टी पर कपास की खेती सबसे ज्यादा की जाती है। इसलिए इसे काली कपास की मिट्टी के नाम से भी जाना जाता है।
लैटेराइट मिट्टी
इस प्रकार की मिट्टी भारी वर्षा वाले क्षेत्रों में पाई जाती है। इस प्रकार की मिट्टी चट्टानों के भारी अवसादन द्वारा बनी है। इसमें आयरन ऑक्साइड होता है जो मिट्टी को गुलाबी रंग देता है।
लाल मिट्टी
लाल मिट्टी तमिलनाडु राज्य में सबसे अधिक विस्तृत है। लाल मिट्टी में आयरन ऑक्साइड (Fe2O3) पाया जाता है, जिसकी वजह से इसका रंग लाल दिखाई देता है।
पर्वतीय मिट्टी
इसे पहाड़ी मिट्टी भी बोला जाता है। यह मिट्टी कार्बनिक पदार्थों के संचय और अवसादन के कारण बनती है। इस प्रकार की मिट्टी ह्यूमस से भरपूर होती है।
मरुस्थलीय मिट्टी
ये मिट्टी कम वर्षा वाले रेगिस्तानी क्षेत्रों में पाई जाती है। इस प्रकार की मिट्टी में 90 से 95% रेत और 5 से 10% मिट्टी होती है। इस मिट्टी में फॉस्फेट की मात्रा अधिक होती है।