तरबूज की बुवाई करने का समय फरवरी और मार्च है इस समय की बिजाई से आप गर्मी में फल पैदा कर सकते है। अन्य फलों के फसलों के मुकाबले इस फल में कम समय, कम खाद और कम पानी की आवश्यकता पड़ती है।
खेती के लिए भूमि कैसे तैयार की जाती है?
तरबूज की खेती के लिए सबसे पहले खेत को plough की सहायता से जोतना है ताकि मिट्टी में पड़े खरपतवारों के बीज और कीटों के अंडे ख़तम हो जाये।
नर्सरी की तैयारी
तरबूज के लिए नर्सरी 200 गज , 10 सेमी व्यास और 15 सेमी ऊंचाई आकार के पॉलिथीन बैग या संरक्षित नर्सरी के माध्यम से तैयार की जा सकती है। पॉलीबैग नर्सरी में काली मिट्टी, बालू और गोबर की खाद के मिश्रण को 1:1:1 के अनुपात में भरें।
पौधों की बुवाई किस प्रकार करे?
बुवाई से ठीक पहले उगने से पहले खरपतवारनाशी (पेंडीमिथालिन @250 किग्रा a.i/ha) का छिड़काव करें। बुवाई के लिए 1.2 मीटर चौड़ाई और 30 सेमी ऊंचाई की उठी हुई क्यारियां बनाये। 60 सेंटीमीटर की दूरी पर बने गड्ढों में पौधे रोपें।
तरबूज की खेती में खाद प्रबंधन
खेत को तैयार करते समय 8 टन गोबर की गली सड़ी खाद खेत में आखरी जुताई से पहले दे इसके साथ एजोस्पिरिलम और फॉस्फोबैक्टीरिया, स्यूडोमोनोआस @1 kg/एकड़ के साथ एफवाईएम 50 किलोग्राम और नीम केक 40 किलोग्राम डालें
सिंचाई कैसे करें?
ड्रिप की ट्यूबों को प्रत्येक बिस्तर के केंद्र में फैलाएं। 8-12 घंटे लगातार ड्रिप सिस्टम चलाकर क्यारियों की सिंचाई करें|
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