कंबाइन हार्वेस्टर मशीन खरीदने पर किसानों को मिलेगी सब्सिड़ी

By : Tractorbird Published on : 24-Apr-2025
कंबाइन

देशभर में इस समय रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं की कटाई बड़े पैमाने पर चल रही है। किसानों की मेहनत को आसान बनाने और उन्हें आधुनिक तकनीक से जोड़ने के उद्देश्य से सरकार ने कई अहम योजनाएं लागू की हैं। 

इनमें से एक मुख्य योजना का उद्देश्य आधुनिक कृषि उपकरणों, विशेषकर कंबाइन हार्वेस्टर मशीन को किफायती दरों पर किसानों को उपलब्ध कराना है। 

इससे न केवल समय और मेहनत की बचत होती है, बल्कि खेती की लागत भी काफी हद तक कम हो जाती है।

कंबाइन हार्वेस्टर क्या है?

  • कंबाइन हार्वेस्टर एक अत्याधुनिक मशीन है, जो फसल की कटाई, थ्रेसिंग (अनाज को पौधे से अलग करना) और कलेक्शन (भंडारण) की प्रक्रिया को एक साथ करती है। यह मशीन गेहूं, जौ, मक्का, धान और सोयाबीन जैसी कई फसलों की कटाई में बेहद उपयोगी साबित होती है। 
  • पारंपरिक तरीकों के मुकाबले यह मशीन न केवल तेजी से काम करती है, बल्कि फसल को नुकसान से भी बचाती है और उपज की गुणवत्ता को बनाए रखती है। यही वजह है कि केंद्र सरकार इसे बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी उपलब्ध करा रही है।

सब्सिडी किस योजना के अंतर्गत मिलती है?

इस मशीन पर दी जाने वाली सब्सिडी कृषि यंत्रीकरण पर उप मिशन (Sub Mission on Agricultural Mechanization - SMAM) के अंतर्गत आती है। इस योजना के तहत विभिन्न वर्गों के किसानों को उनकी पात्रता के अनुसार सब्सिडी प्रदान की जाती है:

- SC/ST, महिला, छोटे और सीमांत किसानों को मशीन की कीमत पर 50% या अधिकतम ₹11 लाख तक की सब्सिडी मिल सकती है।

- सामान्य वर्ग के किसानों को 40% या अधिकतम ₹8.80 लाख तक की सहायता राशि मिलती है।

इस योजना का लाभ लेने के लिए केवल उन्हीं किसानों को पात्र माना जाएगा, जो निर्धारित मानदंडों को पूरा करते हैं और सरकार द्वारा रजिस्टर्ड डीलर से ही मशीन खरीदते हैं।

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आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़:

1. आधार कार्ड

2. पैन कार्ड

3. निवास प्रमाण पत्र

4. आय प्रमाण पत्र

5. भूमि के दस्तावेज

6. बैंक पासबुक की कॉपी

7. आधार से लिंक मोबाइल नंबर

8. पासपोर्ट साइज फोटो

इन दस्तावेज़ों के बिना आवेदन प्रक्रिया अधूरी मानी जाएगी।

कैसे करें आवेदन?

  • किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए [https://agrimachinery.nic.in/](https://agrimachinery.nic.in/) पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 
  • आवेदन करते समय यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि मशीन की खरीद केवल सरकार द्वारा पंजीकृत डीलर से ही की जाए, तभी सब्सिडी प्राप्त होगी। 
  • बाजार में कंबाइन हार्वेस्टर की कीमत आमतौर पर ₹5.35 लाख से ₹26.70 लाख तक होती है, जो उसके ब्रांड, क्षमता और फीचर्स पर निर्भर करती है। 
  • सब्सिडी केवल मशीन के मूल मूल्य पर दी जाती है, जबकि GST की राशि किसान को स्वयं वहन करनी होती है।

किसानों को क्या लाभ होगा?

इस योजना के माध्यम से किसान महंगी मशीनों को किफायती दरों पर खरीदकर अपने खेती के काम को अधिक कुशल और लागत प्रभावी बना सकते हैं। 

इससे न केवल उनकी उपज बढ़ेगी, बल्कि श्रम पर होने वाले खर्च और समय दोनों की बचत भी होगी। लंबे समय में यह निवेश किसानों के लिए अत्यंत लाभदायक सिद्ध हो सकता है। 

सरकार की यह पहल आत्मनिर्भर किसान और आधुनिक कृषि व्यवस्था की ओर एक अहम कदम है।

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