किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए देश की केंद्र एवं राज्य सरकारें अपने अपने स्तर से विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं लाती रहती हैं।
किसानों को आधुनिक मशीनों के खेती में उपयोग को बढ़ाने के लिए सरकार कई सारे कृषि उपकरणों पर सब्सिडी प्रदान करती है। मध्यप्रदेश सरकार भी इसमें पीछे नहीं है राज्य के कृषि विभाग के माध्यम से चार प्रमुख कृषि यंत्रों पर अनुदान (सब्सिडी) मुहैय्या कराया जा रहा है।
जिले के सहायक कृषि यंत्री ने बताया कि ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर इन यंत्रों के लिए आवेदन 10 नवंबर 2025 से शुरू हो चुके हैं और जल्द ही इसके लिए लॉटरी निकाली जाने वाली हैं, ऐसे में जो किसान अनुदान पर इन कृषि यंत्रों को लेना चाहते हैं, वे इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
मोहन सरकार की इस योजना के तहत जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, मिनी राइस मिल, हाइड्रॉलिक प्रेस स्ट्रॉ बेलर (ट्रैक्टर चलित) और स्टोन पिकर जैसे आधुनिक कृषि यंत्रो पर अनुदान दिया जा रहा है।
ये सभी मशीनें खेत में किसानों का समय और मेहनत को बचाते हैं। अगर आप मध्य प्रदेश के किसान हैं तो आप आसानी से इस योजना का लाभ उठाकर आधुनिक तकनीक से लैश इन कृषि यंत्रों को खरीद सकते हैं।
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इन उपकरणों की कुल लागत पर एक निर्धारित राशि अनुदान के रूप में प्रदान करेगी। बुरहानपुर कृषि विभाग के अनुसार जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, मिनी राइस मिल, स्टोन पिकर मशीन पर लागत का 40% से 50% प्रतिशत तक अनुदान दिया जा सकता है।
यह सब्सिडी श्रेणी व पात्रता के आधार पर दी जाती है। वहीं, हाइड्रॉलिक प्रेस स्ट्रॉ बेलर (ट्रैक्टर चलित) मशीन पर लागत मूल्य पर 50–55 प्रतिशत तक अनुदान मिल सकता है।
बतादें, कि सब्सिडी की अंतिम राशि किसान की श्रेणी (सामान्य/अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/महिला) के आधार पर तय होती है।
1. जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल
जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल मशीन से बिना जुताई के बीज और उर्वरक की एक साथ बुवाई की जा सकती है। इससे डीजल और समय दोनों की बचत होती है।
2. मिनी राइस मिल
मिनी राइस मिल छोटे किसानों और समूहों के लिए बेहद उपयोगी मशीन है, जिससे धान की प्रोसेसिंग आसानी से की जा सकती है।
3. हाइड्रॉलिक प्रेस स्ट्रॉ बेलर (ट्रैक्टर चलित) मशीन
यह मशीन फसल अवशेषों को बेल के रूप में बांधती है, जिससे खेत की सफाई आसान हो जाती है। वर्तमान समय में पराली प्रबंधन के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण यंत्र है।
4. स्टोन पिकर
ऐसे खेत जहां ज्यादा पत्थर होते हैं, उनके लिए यह मशीन बेहद कारगर सिद्ध होती है। यह मशीन खेत की मिट्टी से पत्थरों को हटाकर जमीन को एकसार और फसल योग्य बनाती है।
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मध्य प्रदेश सरकार इन कृषि यंत्रों के लिए आवेदन करते समय किसानों को धरोहर राशि का डिमांड ड्राफ्ट बनवाकर पोर्टल पर अपलोड करना होगा। आवेदन हेतु डिमांड ड्राफ्ट निम्नलिखित हैं :-
जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल- 3000 रुपए का डिमांड ड्राफ्ट
मिनी राइस मिल– 3000 रुपए का डिमांड ड्राफ्ट
हाइड्रॉलिक प्रेस स्ट्रॉ बेलर– 5000 रुपए का डिमांड ड्राफ्ट
स्टोन पिकर- 5000 रुपए का डिमांड ड्राफ्ट
किसानों को डिमांड ड्राफ्ट अपने जिले के सहायक कृषि यंत्रों के नाम से बनवाना होगा। इसे स्कैन कर आवेदन के समय पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है। कृषि यंत्री की सूची के लिए लिंक– https://www.mpdage.org/Advertisement/e-krishi-DD_090921062243.pdf है।
डिमांड ड्राफ्ट (DD) आवेदक के ही नाम से तैयार होना चाहिए, वरना आवेदन निरस्त कर दिया जाएगा।
निर्धारित राशि से कम का डीडी होने पर आवेदन स्वतः अमान्य माना जाएगा।
ई–कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत आवेदन के लिए किसानों को निम्नलिखित आवश्यक दस्तावेजों की आवश्यकता होगी :-
जिन किसानों के पास स्वयं की कृषि भूमि नहीं है, वे पट्टे पर ली गई भूमि के दस्तावेज भी प्रस्तुत कर सकते हैं।
किसान इन कृषि यंत्रों पर सब्सिडी पाने के लिए ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। ई–कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया निम्नलिखित है:-
सबसे पहले पोर्टल पर पंजीयन करना जरूरी है। जिनका पंजीयन पहले से उन्हें पंजीयन की जरूरत नहीं, नए किसानों के लिए पंजीयन जरूरी है।
किसान को सबसे पहले ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर https://farmer.mpdage.org/ लॉगिन करना होगा।
आधार नंबर और मोबाइल नंबर से OTP वेरिफिकेशन करना होगा।
इसके बाद यंत्र का चयन करना होगा। इसके तहत उपलब्ध यंत्रों की सूची में से जिस कृषि यंत्र के लिए आवेदन करना है, उसे चुनना होगा।
आवेदन के साथ निर्धारित राशि का डिमांड ड्राफ्ट अपलोड करना होगा। इसके लिए निर्धारित धरोहर राशि का DD स्कैन करना होगा। यह डीडी अपने जिले के सहायक कृषि यंत्री ” के नाम पर होना जरूरी है। इसकी स्कैन कॉपी अपलोड करनी होगी
आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेज जैसे–आधार कार्ड, बैंक पासबुक, भूमि दस्तावेज आदि अपलोड करने होंगे।
इसके बाद एक बार फार्म में भरी सभी जानकारी जांचें और आवेदन सबमिट करें।
आपको आवेदन नंबर मिलेगा जिसे सुरक्षित रखें।
ई-कृषि यंत्र अनुदान योजना ऐसे किसानों के लिए अत्यंत फायदेमंद है, जो अपनी खेती में आधुनिक उपकरणों को शामिल करना चाहते हैं। लेकिन, उनकी कीमत के कारण खरीद नहीं कर पाते सब्सिडी मिलने से मशीनों की लागत काफी कम हो जाती है।
जीरो टिल ड्रिल से लेकर स्टोन पिकर और स्ट्रॉ बेलर जैसे यंत्रों से समय और मेहनत कम हो जाती है। स्ट्रॉ बेलर जैसे यंत्र से खेत में पराली जलाने की समस्या भी कम होगी, जिससे पर्यावरण में भी सुधार होगा।
जो किसान अनुदान पर ये कृषि यंत्र लेना चाहते हैं, वे अभी आवेदन करें ताकि मौका हाथ से न निकल पाएं। योजना व आवेदन से संबंधित अधिक जानकारी के लिए किसान अपने निकटतम कृषि विभाग से संपर्क करें।