भारत में 1972 में स्वराज कंपनी की स्थापना हुई। पहले इसका नाम पंजाब ट्रैक्टर्स था। इसका अधिग्रहण महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी के सर्वेसर्वा आनंद महिंद्रा ने किया। 2007 में उन्होंने पंजाब ट्रैक्टर्स का नाम बदल कर स्वराज कर दिया। महिंद्रा पहले से ही महिंद्रा ब्रांड से ट्रैक्टर्स बनाते रहे हैं। अब उनके साथ एक नया ब्रांड जुड़ गया-स्वराज। स्वराज का मुख्यालय पहले रोपड़ में था। अब उसे बदलकर मोहाली कर दिया गया है।
आनंद महिंद्रा की यह खासियत रही है कि वह जिस चीज में भी अपना हाथ लगाते हैं, उसे पूरी तल्लीनता के साथ आगे लेकर चलते हैं। ग्राहकों को बेस्ट देना उनकी आदत में शामिल है। इसका एक नमूना आपको स्वराज 855 FE 4WD में दिखेगा। यह एक बेहतरीन ट्रैक्टर है जो खास कर उबड़-खाबड़ सड़कों को ध्यान में रख कर ही बनाया गया है। फिर, 55 एचपी श्रेणी का पावर भी तो इस ट्रैक्टर में है। आइए, देखते हैं कि स्वराज 855 FE 4WD क्यों किसानो के बीच में लोकप्रिय है और इसकी खासियत क्या है।
स्पेसिफिकेशन
सिलेंडर-3
एचपी कैटेगिरी-55 एचपी
गियर-10 (8 आगे, 2 पीछे)
ब्रेक-डिस्क, तेल में डुबे हुए
वारंटी-2 साल या 2000 घंटे, जो पहले आए
क्लच-इंडिपेंडेंट
स्टीयरिंग-पावर
वजन उठाने की क्षमता-1700 किलोग्राम
व्हील ड्राइव-4 डब्ल्यूडी
आरपीएम-2000
सीसी क्षमता-3308 सीसी
एयर फिल्टर-3 स्टेज वेट एंड एयर क्लीनर
ट्रांसमिशन टाइप- कांबिनेशन आफ स्लाइडिंग एंड कांस्टेंट मेश
कुल