वैश्विक कृषि एवं निर्माण उपकरण कंपनी CNH ने भारत में तैयार अपना पहला कॉम्पैक्ट ट्रैक्टर पेश किया है। यह ट्रैक्टर ग्रेटर नोएडा स्थित संयंत्र से निर्मित हुआ है और कंपनी की ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ पहल का अहम हिस्सा है।
इस योजना का उद्देश्य भारत को उत्पादन, अनुसंधान और निर्यात का प्रमुख केंद्र बनाना है, साथ ही किसानों को आधुनिक और किफायती समाधान उपलब्ध कराना है।
CNH के वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी गेरिट मार्क्स ने कहा कि भारत अब केवल एक बड़ा बाजार नहीं बल्कि कंपनी की रणनीतिक रीढ़ बन चुका है।
यहां की प्रतिभा, अनुसंधान क्षमता और लागत प्रभावशीलता ने CNH को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी और इनोवेटिव उत्पाद उपलब्ध कराने में सक्षम बनाया है।
CNH इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नरिंदर मित्तल के अनुसार, कंपनी सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ विज़न से जुड़कर बड़े स्तर पर विनिर्माण, तकनीकी विकास और सोर्सिंग में निवेश कर रही है। इससे किसानों की उत्पादकता बढ़ेगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन को भी बढ़ावा मिलेगा।
कंपनी ने आने वाले समय में भारत संचालन के लिए चार मुख्य फोकस तय किए हैं:
1. घरेलू व वैश्विक बाजारों की मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय उत्पादन को बढ़ाना
2. भारत को रिसर्च और प्रौद्योगिकी का वैश्विक केंद्र बनाना
3. भारतीय किसानों के लिए उनकी ज़रूरतों के मुताबिक कस्टमाइज़्ड उत्पाद पेश करना
4. प्रतिस्पर्धी लागत पर उच्च गुणवत्ता वाले समाधान देना
फिलहाल CNH भारत से 80 से अधिक देशों को अपने उपकरण निर्यात कर रहा है। गुरुग्राम स्थित कंपनी का टेक्नोलॉजी सेंटर, जिसमें 700 से ज्यादा इंजीनियर काम कर रहे हैं, जल्द ही CNH का सबसे बड़ा वैश्विक नवाचार केंद्र बनेगा।
यहां मल्टी-व्हीकल सिमुलेशन, वर्चुअल/एक्सटेंडेड रियलिटी लैब और एडवांस प्रोटोटाइपिंग जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं।
CNH का यह कदम भारत को न केवल घरेलू स्तर पर मजबूती देगा, बल्कि वैश्विक मंच पर भी एक मजबूत विनिर्माण और तकनीकी नवाचार केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। यह पहल भारत की भूमिका को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर और अधिक महत्वपूर्ण बनाएगी।