अगस्त 2025 घरेलू ट्रैक्टर बिक्री रिपोर्ट: 28.25% की जबरदस्त बढ़त, कुल 64,297 ट्रैक्टर बिके
By : Tractorbird Published on : 11-Sep-2025
भारत का ट्रैक्टर उद्योग अगस्त 2025 में एक नए मुकाम पर पहुंच गया। इस महीने घरेलू बाजार में कुल 64,297 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की गई, जबकि अगस्त 2024 में यह आंकड़ा 50,134 यूनिट्स पर था।
यानी पिछले वर्ष की तुलना में उद्योग ने 28.25% की शानदार वृद्धि हासिल की। यह उछाल ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत मांग, खरीफ फसलों की बुवाई के चरम पर होने, और त्योहारों से पहले डीलरों द्वारा अधिक स्टॉक जमा करने जैसी परिस्थितियों के कारण संभव हो पाया।
अगस्त 2025 ट्रैक्टर बिक्री में प्रमुख कंपनियों का प्रदर्शन
- अगस्त 2025 में सबसे अधिक यूनिट्स बेचने वाली कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा रही, जिसने 26,201 ट्रैक्टरों की बिक्री की। कंपनी ने 27.70% की वृद्धि तो दर्ज की, लेकिन इसके बावजूद इसकी बाजार हिस्सेदारी 40.93% (2024)से घटकर 40.75% (2025)पर आ गई।
- दूसरे स्थान पर रही टैफे (TAFE) समूह, जिसने 10,977 ट्रैक्टर बेचे। कंपनी ने 33.10% की मजबूत ग्रोथ हासिल की और अपनी बाजार हिस्सेदारी को 16.45% (2024)से बढ़ाकर 17.07% (2025) कर लिया।
- सोनालिका ने 8,323 ट्रैक्टरों की बिक्री की और 28.18% की बढ़ोतरी दर्ज की। हालांकि, इसकी बाजार हिस्सेदारी लगभग स्थिर रही और यह 12.94% (2025)पर बनी रही।
- एस्कॉर्ट्स कुबोटा ने 7,902 ट्रैक्टर बेचे और 26.57% की ग्रोथ हासिल की। लेकिन कंपनी की बाजार हिस्सेदारी घटकर 12.29% (2025) रह गई।
- जॉन डियर ने 5,916 यूनिट्स बेचे और 24.03% की बढ़त दर्ज की। हालांकि, इसका मार्केट शेयर 9.51% (2024)से घटकर 9.20% (2025) हो गया, यानी 0.31% की गिरावट।
- न्यू हॉलैंड ने इस बार सबसे प्रभावशाली प्रदर्शन किया। कंपनी ने 3,330 यूनिट्स बेचे और 43.47% की ग्रोथ हासिल की। इसकी बाजार हिस्सेदारी 4.63% (2024)से बढ़कर 5.18% (2025)हो गई।
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अगस्त 2025 ट्रैक्टर बिक्री में छोटे निर्माताओं की स्थिति
- छोटे ब्रांड्स की स्थिति उतार-चढ़ाव भरी रही। कुछ कंपनियों ने ग्रोथ दर्ज की, लेकिन मार्केट शेयर में गिरावट का सामना करना पड़ा।
- वीएसटी टिलर्स ट्रैक्टर्स ने 342 यूनिट्स बेचे, जो 8.57% ज्यादा रहे, लेकिन इसकी हिस्सेदारी 0.63% (2024)से घटकर 0.53% (2025)रह गई।
- प्रीत ट्रैक्टर्स की बिक्री 339 यूनिट्स रही, जो पिछले वर्ष से 2.87% कम थी। इसके कारण इसका मार्केट शेयर 0.70% (2024) से गिरकर 0.53% (2025) हो गया।
- इंडो फार्म ने 338 यूनिट्स बेचे और 4.97% की ग्रोथ दर्ज की, लेकिन मार्केट शेयर 0.64% (2024)से घटकर 0.53% (2025) रह गया।
- ACE ट्रैक्टर्स ने 274 यूनिट्स बेचे और 26.85% की वृद्धि हासिल की। इसके बावजूद, मार्केट शेयर 0.43% (2025) पर स्थिर रहा।
- ड्यूज-फार (Deutz-Fahr) ने 97 यूनिट्स बेचे और 148.72% की जबरदस्त ग्रोथ हासिल की। कंपनी का मार्केट शेयर 0.08% (2024)से बढ़कर 0.15% (2025)हो गया।
- कैप्टन ट्रैक्टर्स ने 14.29% की गिरावट का सामना किया और इसका मार्केट शेयर 0.60% (2024)से घटकर 0.40% (2025)हो गया।
बाजार की रफ्तार और भविष्य की संभावनाएं
अगस्त 2025 ट्रैक्टर उद्योग के लिए बेहद उत्साहजनक साबित हुआ। लगभग सभी कंपनियों ने डबल-डिजिट ग्रोथ दर्ज की, और खासकर टैफे तथा न्यू हॉलैंड ने अपनी बाजार हिस्सेदारी को मजबूत किया। दूसरी ओर, जॉन डियर और एस्कॉर्ट्स को हिस्सेदारी बनाए रखने में कठिनाई हुई।
छोटे ब्रांड्स के लिए यह संकेत है कि उन्हें नवाचार, आक्रामक मार्केटिंग और नए मॉडल लॉन्च जैसी रणनीतियों पर अधिक ध्यान देना होगा।
मौजूदा प्रतिस्पर्धा के बीच केवल वही कंपनियां टिक पाएंगी, जो किसानों की जरूरतों के अनुसार किफायती और टिकाऊ ट्रैक्टर उपलब्ध कराएंगी।
आने वाले महीनों में त्योहारी सीजन और रबी फसलों की बुवाई के कारण ट्रैक्टरों की मांग और भी तेजी पकड़ सकती है। सरकार की कृषि-हितैषी नीतियां, ग्रामीण बुनियादी ढांचे का विकास, और किसानों की आय में वृद्धि इस सेक्टर की ग्रोथ को और मजबूत आधार देंगे।
इसके अलावा, भारतीय ट्रैक्टर उद्योग केवल घरेलू बाजार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि निर्यात बाजारों में भी अपने पैर मजबूत कर सकता है।
अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया और लैटिन अमेरिका जैसे क्षेत्रों में भारतीय ट्रैक्टरों की बढ़ती लोकप्रियता इस उद्योग को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक होगी।