भारत एक कृषि समृद्ध देश है। यहाँ की अधिकांश आबादी खेती किसानी पर आधारित होती है। कृषि के माध्यम से किसान अपनी आजीविका चलाते हैं।
भारत में सबसे ज्यादा लोकप्रिय धान की फसल है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत ने चावल उत्पादन में अपना अग्रणीय स्थान दर्ज किया है।
ऐसे में आज हम ट्रैक्टरबर्ड के इस लेख में आपको मोटा धान की कुछ प्रमुख किस्मों के बारे में जानकारी प्रदान करने वाले हैं।
किसान साथियों, मोटे धान की कुछ प्रमुख उन्नत किस्मों की बात करें तो इनमें हिम पालम लाल धान-1, एडवांटा PAC 837, अराइज 6444 गोल्ड, स्वर्ण शक्ति आदि किस्में शामिल हैं।
हिम पालम लाल धान-1 की विशेषताएं निम्नलिखित हैं :-
ये भी पढ़ें: धान, उड़द, अरहर, ढैंचा और मूंग के बीज पर किसानों को 50% सब्सिडी मिलेगी
यह हाइब्रिड धान की एक किस्म है जो 135-140 दिनों में तैयार हो जाती है। इस किस्म के पौधे 75-80 सेंटीमीटर लंबे होते हैं. उपज की बात करें अराइज़ 6444 गोल्ड की उपज अन्य धान की किस्मों की तुलना में अधिक होती है।
इसकी कीमत प्रति किलो ₹270-295 के बीच होती है, यह स्थान और विक्रेता के अनुसार भिन्न हो सकती है।
प्रश्न : हिम पालम लाल धान-1 किस्म की सबसे प्रमुख उन्नत किस्में कौनसी हैं ?
उत्तर : "हिम पालम लाल धान-1 जो झुलसा रोग प्रतिरोधी है और 120-125 दिनों में पक जाता है।
प्रश्न : एडवांटा PAC 837 किस्म की खूबी क्या है ?
उत्तर : एडवांटा PAC 837 जो 120-125 दिनों में तैयार हो जाता है और ब्लास्ट रोग के प्रति सहनशील है।
प्रश्न : अराइज 6444 गोल्ड किस्म कितने दिन में पककर तैयार की जाती है ?
उत्तर : अराइज 6444 गोल्ड जो 135-140 दिनों में तैयार हो जाता है।