2025 मानसून पूर्वानुमान: किसानों के लिए खुशखबरी, सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना
By : Tractorbird Published on : 21-Apr-2025
भारत के किसानों के लिए राहत और खुशखबरी लेकर आया है भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का 15 अप्रैल 2025 को जारी किया गया पहला मानसून पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान देशभर में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है।
जून से सितंबर के बीच मानसून सक्रिय रहेगा और इस दौरान दीर्घ अवधि औसत (LPA) का लगभग 105% वर्षा होने की संभावना जताई गई है, जिसमें 5% की त्रुटि संभावित है।
एलपीए की गणना 1971 से 2020 तक के औसत आधार पर की जाती है, जो लगभग 87 सेमी है।
कई राज्यों में होगी अधिक बारिश
- मौसम विभाग का अनुमान है कि इस वर्ष ऋतुनिष्ठ वर्षा (Seasonal Rainfall) औसत से अधिक रह सकती है। देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश के आसार हैं।
- हालांकि, उत्तर-पश्चिम भारत, पूर्वोत्तर राज्यों और दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश हो सकती है।
- विशेष रूप से तटीय केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और पंजाब के बड़े हिस्सों में अच्छी वर्षा की उम्मीद की जा रही है।
- दूसरी ओर, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में वर्षा सामान्य से कम हो सकती है।
- इस पूर्वानुमान से देश के किसानों को फसल की योजना बनाने में मदद मिलेगी, खासकर खरीफ की फसलों की बुवाई के लिए यह एक शुभ संकेत है।
- भरपूर मानसून से न केवल कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी बल्कि जल स्रोतों की स्थिति में भी सुधार आएगा, जिससे सूखा प्रभावित क्षेत्रों को राहत मिलेगी।
- भारत मौसम विज्ञान विभाग हर वर्ष दो चरणों में मानसून पूर्वानुमान जारी करता है। पहला पूर्वानुमान अप्रैल में और दूसरा मई के अंत में आता है।
- इसके अलावा, वर्ष 2021 से मौसम विभाग हर महीने मानसून के पूर्वानुमान जारी कर रहा है, ताकि देश भर के किसान समय पर सटीक जानकारी के आधार पर निर्णय ले सकें।
- कुल मिलाकर, मानसून 2025 का यह पहला पूर्वानुमान देश की कृषि अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जिससे न केवल खेती बल्कि ग्रामीण जीवन और जल आपूर्ति प्रणाली को भी बल मिलेगा।