भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD ने इस साल में मौसम में आने वाले बदलाव के बारे में जानकारी दी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है की इस साल सामान्य से अधिक मॉनसून की बारिश होगी।
बारिश अधिक होने से खेती में भी फायदे होंगे जिससे की किसानों की आय में वृद्धि होगी। बारिश अधिक होने से भूजल में भी वृद्धि होगी जिससे की मिट्टी में नमी की मात्रा बढ़ेगी।
IMD के अनुसार इस साल अल नीनो की स्थिति मॉडरेट यानी कि मध्यम रहेगी। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार मुताबिक अल-नीनो धीरे-धीरे कमजोर पड़ेगा और मॉनसून की शुरुआत तक न्यूट्रल हो जाएगा।
मौसम विभाग के मुताबिक भारतीय डाइपोल ओशन (आईओडी) अल-नीनो को रोकेगा। इससे बारिश की अच्छी जानकारी मिलेगी।
देश के पूर्वी और कुछ अन्य भागों को छोड़कर, इस बार सामान्य से अधिक बारिश होगी। आईओडी अच्छी बारिश से पॉजिटिव है। मौसम विभाग ने कहा कि आईओडी एक्टिव होगा, जिससे बारिश बढ़ेगी।
इस साल आईएमडी ने 104 % (LPA) बारिश का अनुमान लगाया है जो की समय से अधिक है।
मौसम विभाग ने कहा कि सभी जगह सामान्य से अधिक बारिश होगी, सिवाय उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों के, इसके बावजूद, इस बार उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में कुछ वर्षा हो सकती है।
मौसम विभाग के आकड़ो के मुताबिक मॉनसून के सीजन जून से सितंबर के बीच 106 परसेंट तक बारिश हो सकती है।
जिससे की इस साल में बारिश के रिकॉर्ड टूटने वाले है। 1971 से 2020 के आकड़ो के मुताबिक देश में 87 सेमी तक बारिश दर्ज की गयी थी।
मौसम विभाग के अनुसार इस साल मॉनसून के पहले महीने जून में लगभग 95 फीसदी बारिश होगी और जुलाई में 105 फीसदी बारिश दर्ज की जा सकती है।
सबसे ज्यादा 105 फीसदी बारिश की उम्मीद सितंबर के महीने में की जा रही है।