भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों के लिए देश के कई हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। अगले एक हफ्ते तक मानसून सक्रिय रहेगा और कई राज्यों में गरज-चमक, तेज हवाओं के साथ लगातार बारिश हो सकती है।
विभाग ने लोगों को सतर्क और सुरक्षित रहने की सलाह दी है, खासकर निचले इलाकों और नदी किनारे रहने वालों को बाढ़ की संभावना को देखते हुए विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में 13 और 14 अगस्त को भारी बारिश हो सकती है।
किसानों को सलाह दी गई है कि फसल और खेतों में जलभराव से बचाव के लिए उचित नालियां बनाएं और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें।
पूर्वी राजस्थान में 15 से 18 अगस्त के बीच लगातार बारिश का दौर चलेगा।
कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा के कारण निचले इलाकों में पानी भरने की स्थिति बन सकती है।
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 13 से 17 अगस्त के बीच हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं भारी वर्षा होगी।
गरज-चमक और 40–50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है, जिससे पेड़ गिरने और बिजली की आपूर्ति बाधित होने का खतरा रहेगा।
कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और केरल में भी अगले कुछ दिनों में भारी बारिश हो सकती है।
समुद्र में तेज लहरें और हवाएं चलने के कारण मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ (महाराष्ट्र), छत्तीसगढ़, बिहार, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 13 से 18 अगस्त तक हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होगी।
बिजली गिरने और गरज के साथ बारिश का खतरा बना रहेगा, इसलिए खेतों और खुले मैदानों में जाने से बचें।
1. निचले इलाकों में रहने वाले लोग बाढ़ की संभावना को देखते हुए ऊँचे और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
2. खुले मैदानों में जाने से बचें, खासकर गरज-चमक और बिजली गिरने के समय।
3. किसान फसल, बीज और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें और खेतों में जलभराव से बचने के लिए जल निकासी की व्यवस्था करें।
4. यात्रियों को सलाह दी जाती है कि यात्रा से पहले मौसम का अपडेट लें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
5. मछुआरे तेज हवाओं और ऊँची लहरों के कारण समुद्र में न जाएं।
अगले एक हफ्ते तक भारत के कई हिस्सों में मानसून सक्रिय रहेगा और भारी वर्षा के साथ तेज हवाएं, गरज-चमक की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। समय रहते सतर्कता और उचित तैयारी से जान-माल के नुकसान को कम किया जा सकता है।