किसान खेती-किसानी में कृषि यंत्रों का उपयोग करके अपनी आय बढ़ा सकें, इसके लिए सरकार उन्हें सब्सिडी पर कृषि यंत्र प्रदान करती है।
इसी क्रम में बिहार सरकार ने राज्य के किसानों को 75 प्रकार के कृषि यंत्र सब्सिडी पर देने के लिए आवेदन मांगे हैं।
इसके बाद, पात्र किसानों का चयन लॉटरी के माध्यम से किया जा रहा है और उन्हें कृषि यंत्र वितरित किए जा रहे हैं।
इसके अलावा, सोमवार को बिहार के सहरसा में संयुक्त कृषि भवन परिसर में दो दिवसीय ज़िला स्तरीय कृषि यंत्रीकरण सह उपादान मेला का आयोजन किया गया।
जिला अधिकारी और अपर समाहर्ता ज्योति कुमार, अपर समाहर्ता आपदा संजीव कुमार चौधरी और सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी सहित अन्य प्रतिनिधियों ने मिलकर मेला का उद्घाटन किया।
कृषि यंत्रीकरण योजना के बारे में इस अवसर पर कृषि पदाधिकारी ने विस्तार से बताया।
लॉटरी प्रक्रिया से जांच के बाद विभागीय निदेशालय ने 75 अलग-अलग कृषि यंत्रों पर 1203 स्वीकृति पत्र जारी किए।
इसे प्रखंड कृषि पदाधिकारी द्वारा संबंधित कृषकों को प्रदान किया गया था। कृषि यंत्रीकरण मेला में मौजूद सभी किसानों से ज़िलाधिकारी ज्योति कुमार ने कहा कि मेला में विभिन्न प्रकार के कृषि यंत्र उपलब्ध हैं।
इसे अपनी आवश्यकतानुसार खरीदकर उपयोग करें, जिससे कृषि कार्य आसान होगा और श्रम संसाधन की बचत होगी, साथ ही लागत कम होगी।
उनका कहना था कि यंत्रीकरण योजना में लॉटरी प्रक्रिया से अनुमति मिली है। इससे अधिक पारदर्शिता मिली है।
महिषी प्रखंड के किसान लक्ष्मी नारायण यादव को मेला में प्रभारी जिलाधिकारी, अपर समाहर्ता आपदा और जिला कृषि पदाधिकारी ने मिलकर लेजर जमीन लेवलर मशीन दी।
जिसका अनुदान एक लाख पच्चीस हजार रुपये था। साथ ही दो किसानों उमेश मेहता और यदुनंदन गुप्ता सौरबाजार को 80 प्रतिशत अनुदान पर मैन्युअल कृषि यंत्र कीट मिल गया है।