जैविक खेती और उत्पाद ब्रांडिंग के लिए मिलेंगे 20 हजार रुपये - नायब सिंह सैनी
By : Tractorbird Published on : 10-Jun-2025
मुख्यमंत्री गुरुवार को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित प्राकृतिक खेती सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि प्राकृतिक खेती से प्राप्त उत्पादों की ब्रांडिंग और पैकेजिंग के लिए प्रति किसान 20 हजार रुपये दिए जाएंगे।
उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि प्राकृतिक और जैविक खेती की उपज की जांच के लिए प्रयोगशालाएं भी बनाई जाएंगी। ये प्रयोगशालाएं किसानों की फसल की निःशुल्क जांच करेंगी।
हर एक पंजायती भूमि न्यूनतम 1 एकड़ में होगी प्राकृतिक खेती
- मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि खंड पूंडरी, जिला कैथल में कृषि विभाग की 53 एकड़ भूमि प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को नीलामी के आधार पर पट्टे पर दी जाएगी।
- उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि प्रत्येक पंचायत में पंचायती भूमि में से 10 प्रतिशत भूमि या कम से कम एक एकड़ भूमि प्राकृतिक खेती के लिए आरक्षित की जाएगी। यह भूमि केवल भूमिहीन किसानों को नीलामी के माध्यम से दी जाएगी।
- उन्होंने कहा कि सरकारी और पंचायती जमीन पर जो भी किसान प्राकृतिक खेती करेगा, उन किसानों को भी प्राकृतिक खेती योजना के तहत वित्तीय प्रोत्साहन के रूप में कच्चे माल के भंडारण और संस्करण के लिए चार ड्रम की खरीद के लिए 3 हजार रुपये प्रति किसान दिया जाएगा। एक देसी गाय की खरीद पर 30 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी।
प्राकृतिक खेती से होगा हरियाणा की कई समस्याओं का समाधान
- नायब सिंह सैनी ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पूरी दुनिया के लोग वायु, जल और मिट्टी के संरक्षण का संकल्प ले रहे हैं और इन्हें हर प्रकार से प्रदूषण मुक्त करने के उपाय पर विचार कर रहे हैं.
- इस समय प्राकृतिक खेती इन सभी समस्याओं का समाधान है. प्राकृतिक खेती न केवल हरियाणा की कृषि को नई दिशा देगी, बल्कि पूरे देश के लिए यह प्रेरणा का एक स्रोत पर बनेगी।
- मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज जब हम खाद्यानों के मामले में आत्मनिर्भर तो हैं, लेकिन इसके लिए हमें बहुत बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ी है।
- रासायनिक खादों के उपयोग से भूमि, जल और वायु दूषित होते हैं। इसलिए हमारी आने वाली पीढ़ियां मजबूत, सशक्त हों, इसके लिए हमें प्राकृतिक खेती की तरफ बढ़ना होगा।
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प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों का ऐलान
- सीएम नायब सैनी ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2022 में प्राकृतिक खेती योजना का शुभारंभ किया गया है। इसमें लगभग 97 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया और इसे हर साल लगातार बढ़ाया जा रहा है।
- प्राकृतिक खेती के लिए सरकार ने पोर्टल भी शुरू किया है। अब तक इस पोर्टल पर लगभग 1,84,665 किसानों ने 2,73,955 एकड़ क्षेत्र का पंजीकरण कराया है।
- इसमें से 17,087 एकड़ क्षेत्र में प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए 10,550 किसानों का वेरिफिकेशन भी किया जा चुका है।
एक लाख एकड़ में प्राकृतिक खेती का लक्ष्य- नायब सैनी
- मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि वर्ष 2025-26 के दौरान प्रदेश में एक लाख एकड़ भूमि को प्राकृतिक खेती के अधीन लाने का लक्ष्य तय किया है।
- प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रशिक्षण देने के लिए कुरुक्षेत्र के गुरुकुल, जींद के हमेटी, सिरसा के मंगियाना और करनाल के घरौंडा में प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए गए हैं।
- गुरुकुल कुरुक्षेत्र के प्रशिक्षण केंद्र में प्रगतिशील किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए राज्य सलाहकार की भी नियुक्ति की है।
गाय खरीदने पर भी अनुदान जारी
- मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती के लिए देसी गायों की खरीद पर सरकार 30 हजार रुपये की सब्सिडी दे रही है।
- अब तक 492 देसी गायों की खरीद के लिए 1 करोड़ 23 लाख रुपये सीधे किसानों को दिए गए हैं। इसके अलावा, अब तक 2500 किसानों को ड्रम खरीदने के लिए 75 लाख रुपये की धनराशि दी जा चुकी है।
प्रश्नोत्तरी
1. प्रश्न : हरियाणा सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कितनी धनराशि आवंटित की है ?
उत्तर : हरियाणा सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए लगभग 97 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई है।
2. प्रश्न : हरियाणा सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने हेतु गाय खरीदने के लिए कितनी सब्सिडी दे रही है ?
उत्तर : हरियाणा सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने हेतु गाय खरीद पर 30,000 रुपए की सब्सिडी प्रदान कर रही है।
3. प्रश्न : हरियाणा सरकार ने अब तक कितने इच्छुक किसानों का वेरिफिकेशन किया है ?
उत्तर : हरियाणा सरकार द्वारा 17,087 एकड़ क्षेत्र में प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए 10,550 किसानों का वेरिफिकेशन भी किया जा चुका है।