प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी आगामी 2 अगस्त 2025 को वाराणसी में एक भव्य कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) की 20वीं किस्त किसानों के खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के ज़रिए जारी करेंगे।
यह आयोजन देशभर में एक कृषि महा-अभियान के रूप में मनाया जाएगा।
इस बड़े आयोजन की तैयारियों को लेकर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई।
इसमें देश के विभिन्न कृषि विश्वविद्यालयों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), कृषि विज्ञान केंद्रों (KVKs) और कुलपतियों ने वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लिया।
बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि यह कार्यक्रम महज़ पैसा देने की प्रक्रिया नहीं, बल्कि कृषकों को सशक्त करने का एक उत्सव और जन-जागरूकता अभियान होगा। केंद्रीय मंत्री ने KVKs को किसानों को सक्रिय रूप से जोड़ने के लिए तत्काल अभियान शुरू करने के निर्देश दिए।
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इस कार्यक्रम की सफलता के लिए KVKs, ICAR और कृषि विश्वविद्यालयों को जानकारी प्रसारण, किसान संवाद और खरीफ फसलों पर मार्गदर्शन जैसे कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल होने को कहा गया है। यह एक तकनीकी सहयोग और ज्ञान-वितरण का मंच भी होगा।
सरकार ने ग्राम स्तर तक जागरूकता फैलाने के लिए एक सशक्त नेटवर्क के गठन की योजना बनाई है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित सामुदायिक प्रतिनिधियों और संगठनों को जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं:
इनके माध्यम से प्रत्येक किसान तक सटीक और समय पर जानकारी पहुँचाई जाएगी।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने सभी किसान भाई-बहनों से आग्रह किया कि वे इस ऐतिहासिक कार्यक्रम से जुड़ें। यह सिर्फ राशि प्राप्त करने का अवसर नहीं है, बल्कि कृषि योजनाओं और विकास योजनाओं की जानकारी लेकर आत्मनिर्भर किसान बनने का मार्ग भी है।
-प्रमुख अधिकारियों की भागीदारी – कार्यक्रम को लेकर बनी समन्वय रणनीति
बैठक में कई प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख नाम हैं:
निष्कर्ष – किसानों के सशक्तिकरण की दिशा में एक और मजबूत कदम
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने किसानों को आर्थिक संबल देने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया है। 2 अगस्त का कार्यक्रम न सिर्फ किस्त वितरण का दिन होगा, बल्कि यह कृषि क्षेत्र में नई सोच, नई ऊर्जा और नए संवाद का उत्सव भी होगा।