उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने के लिए लगातार नई-नई योजनाएं ला रही है। इसी क्रम में, खरीफ सीजन 2025 के लिए सरकार ने धान की खेती करने वाले किसानों को बड़ा तोहफा दिया है।
अब प्रदेश के किसान उन्नत किस्म के धान बीज पर 30% से 50% तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि किसानों को सस्ते दामों पर उच्च गुणवत्ता वाले बीज मिलें, जिससे उनका उत्पादन बढ़े और आय में इजाफा हो।
खरीफ सीजन की शुरुआत होते ही राज्य भर में धान की खेती की तैयारियां जोरों पर हैं। किसान खाली खेतों में नर्सरी डालकर रोपाई की दिशा में अग्रसर हैं।
इसी बीच, योगी सरकार ने किसानों की सहायता के लिए उन्नत बीजों पर अनुदान देने की घोषणा की है, जिससे किसानों की लागत में कमी आएगी और बेहतर उपज सुनिश्चित होगी।
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के अनुसार, निम्नलिखित धान की किस्मों पर सब्सिडी दी जा रही है:
अब तक लगभग 640 क्विंटल बीज का भंडारण हो चुका है, जबकि कुल लक्ष्य 759 क्विंटल बीज किसानों तक पहुंचाने का है।
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सरकार ने बीज वितरण की सीमा भी तय की है। यदि किसी किसान के पास 4 बीघा जमीन है, तो उसे 30 किलोग्राम बीज मिलेगा। यह वितरण सरकारी दरों और सब्सिडी के अनुसार होगा।
यह योजना जनपद के 9 ब्लॉक कार्यालयों में लागू की गई है। विशेष रूप से सदर ब्लॉक के किसानों के लिए महुंराही स्थित किसान कल्याण केंद्र पर बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
जिले के लगभग 2.17 लाख पंजीकृत किसान इस योजना से लाभ उठा सकते हैं।
1. इस योजना का लाभ लेने के लिए अपनी खतौनी और आधार कार्ड साथ लेकर जाना होगा।
2. बीज लेने के लिए ब्लॉक ऑफिस या सरकारी बीज गोदाम पर जाएं
3. बीज लेने के लिए POS मशीन पर अंगूठा लगाएं।
4. इस प्रक्रिया के बाद सब्सिडी की राशि स्वत घट जाएगी, केवल छूट के बाद शेष राशि चुकानी होगी।
यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उन्हें समय पर और सस्ते दामों में बीज मिल सकेगा। इससे न केवल उत्पादन बढ़ेगा बल्कि खेती का लाभ भी अधिक मिलेगा।