जैसा की हम सब जानते है इस साल बेमौसम बारिश और ओला वृष्टि ने किसानों की रबी की फसल को बर्बाद कर दिया है। जससे किसानों को बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है।
ऐसे में फसल ख़राब होने के बाद किसान जायद (गर्मी के सीजन) में लगायी जाने वाली मुंग और उडद की फसल से पैदावार की उम्मीद लगाए बैठे है। किसानों को इन फसलों का उचित मूल्य प्रदान करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने मुंग और उडद का समर्थन मूल्य निर्धारित किया है, जिससे किसानों को थोड़ी राहत प्राप्त हो सके।
अब सरकार ने किसानों से इन फसलों को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए पंजीकरण की तारीख का भी एलान कर दिया है।
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इस साल के मुंग और उड़द का समर्थन मूल्य किसानों के हित के लिए सरकार ने निर्धारित किया है ताकि किसानों को इससे थोड़ा लाभ प्राप्त हो सके।
इस साल खरीफ और जायद सीजन के लिए मुंग का समर्थन मूल्य 7755 रू प्रति क्विंटल और उड़द का समर्थन मूल्य 6600 रू प्रति क्विंटल तय किया गया था। इस साल सरकार द्वारा खरीफ और जायद सीजन में इसी मूल्य पर मुंग और उड़द की खरीदी की जायेगी।
मध्य प्रदेश के किसान - कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने बताया कि प्रदेश में मुंग और उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए पंजीकरण आज मतलब की 8 मई से शुरू हो गया है। किसान भाई 19 मई तक ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द की फसल का पंजीकरण करवा सकेंगे। सरकार ने राज्य के 32 जिलों में मूंग तो 10 जिलों में उड़द खरीदने का निर्णय लिया है।
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मध्य प्रदेश के मूंग के अधिक उत्पादन वाले 32 जिलों में नर्मदापुरम्, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, सागर, गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल, श्योपुरकलां, भिंड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मंडला, शिवपुरी, अशोकनगर, बालाघाट और इंदौर में पंजीयन केन्द्र खोले जा रहे हैं।
इसी प्रकार उड़द की बिक्री के लिए 10 जिलों जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, पन्ना, मंडला, उमरिया, सिवनी एवं बालाघाट में किसानों के पंजीयन के लिए केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं।