मिलेट मिशन के तहत अब झारखंड में मोटे अनाज की खेती के लिए किसानों को मिलेंगे 15000 रुपये
By : Tractorbird News Published on : 17-Jun-2024
झारखंड में पिछले दो वर्षों से गंभीर सूखे का दौर जारी है। इसके अलावा, अनियमित मॉनसून भी किसानों की धान की खेती को नुकसान पहुंचा रहा है।
राज्य अब किसानों को मोटे अनाज की खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है ताकि वे इस नुकसान से बच सकें।
बारिश की अनियमितता और मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण धान और मक्के की पैदावार में कमी आई है। इसलिए मोटे अनाज बेहतर है।
लेकिन कम पानी में भी अधिक उपज देने वाली फसलों की नई प्रजातियां विकसित की जा रही हैं।
दलहन, तिहलन और मोटे अनाज की खेती करने के लिए अब किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, क्योंकि फसल उत्पादन में कमी आई है।
मोटे अनाजों की खेती कम पानी में भी अच्छा उत्पादन दे सकती है। मोटे अनाज में ऐसे पोषक तत्व भी हैं जो हमारे लिए बहुत अच्छे हैं।
मोटे अनाज की खपत को बढ़ाने के लिए इससे कई व्यंजन बनाए जा रहे हैं। इसलिए इसकी मांग बढ़ी है, जिसका सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है।
झारखंड सरकार ने मोटे अनाज के लाभ को देखते हुए वर्ष 2024-25 के लिए झारखंड मिलेट मिशन योजना शुरू की है।
ये भी पढ़ें: नाबार्ड डेयरी फार्मिंग योजना 2024 : इस योजना के तहत डेयरी फार्म खोलने पर मिलेगी 25 % से 50 % तक की सब्सिड़ी
मिलेट मिशन के तहत कितना मिलेगा अनुदान ?
- झारखंड मिलेट मिशन योजना के तहत राज्य सरकार किसानों को कोदो, बाजरा, सांवा, मड़ुआ (रागी) और मोटा अनाज की खेती करने के लिए अनुदान देगी।
- किसानों को विभाग द्वारा 3000 रुपये से लेकर 15000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
- जिस किसान ने 10 डिसमिल से लेकर पांच एकड़ जमीन पर मोटे अनाज की खेती की होगी, उसे यह प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
- किसानों की क्षमता के अनुसार योजना द्वारा सीधे उनके खाते में 3000 से 15000 हजार रुपये भेजे जाएंगे।
- यह खबर किसानों को मोटे अनाज की खेती की पूरी जानकारी देगी।
मिलेट मिशन योजना के क्या लाभ है ?
- इस योजना के तहत रैयत और बटाईदार किसानों को भी अनुदान मिलेगा।
- प्रत्येक प्रखंड में पांच से दस हेक्टेयर क्षेत्र में डेमोंन्ट्रेशन प्लॉट बनाया जाएगा।
- मिलेट बीज बैंक की स्थापना के लिए एसएचजी, एफपीओ, कॉपरेटिव सोसाइटी और केवीके का समर्थन लिया जाएगा।
- 5 एकड़ में मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को 15,000 रुपये मिलेंगे।
- मिलेट उत्पादन में सर्वश्रेष्ठ मिलेट किसानों और मिलेट बीज बैंक को नगद पुरस्कार दिए जाएंगे।