भारत में सबसे अधिक दालों का उत्पादन करने वाले 10 राज्य

By : Tractorbird Published on : 28-May-2025
भारत

भारत एक कृषि प्रधान देश होने के नाते दुनिया का सबसे बड़ा दालों का उत्पादन करने वाला देश है। दालों की खेती भारत में रबी और खरीफ दोनों कृषि मौसम में की जाती है। रबी के मौसम में 60 % दालों का उत्पादन होता है। 

चना भारत में सबसे अधिक उगाया जाता है जो की दाल उत्पादन का 40 % भाग है। इसके अलावा अरहर की दाल का उत्पादन देश में 15-20% होता हैं और उरद और मूंग की दाल का उत्पादन देश में 8-10% तक होता है। 

भारत के कई राज्यों में दालों की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है, राजस्थन, मध्य प्रदेश , महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, और कर्नाटक भारत के सबसे अधिक दाल उत्पादन करने वाले राज्य हैं। 

इस लेख में हम आपको भारत के 10 बड़े राज्यों के बारे में जानकारी देंगे जो कि सबसे ज्यादा दालों का उत्पादन करते हैं।

दाल उत्पादन करने वाले 10 प्रमुख राज्य 

भारत में कई राज्यों में दाल की खेती पड़े पैमाने पर की जाती हैं। यहां हम आपको भारत में 10 ऐसे राज्यों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो की दालों का सबसे अधिक उत्पादन करते हैं। 

1. मध्य प्रदेश

  • दालों के उत्पादन की बात आती है तो सबसे पहले नंबर पर मध्य प्रदेश का नाम आता है। यहां देश की कई दलों का उत्पादन सबसे अधिक होता है। 
  • मध्य प्रदेश में चना दाल, अरहर और उड़द का उत्पादन ससे अधिक होता हैं। मध्य प्रदेश में दाल का उत्पादन 21% खरीफ के मौसम में होता हैं और 25% उत्पादन रबी के मौसम में होता है।

2. राजस्थान 

  • राजस्थान भारत का दूसरा सबसे बड़ा दाल उत्पादक राज्य है। राजस्थान में सबसे अधिक मूंग, मोठ, चना और अरहर का उत्पादन होता है। 
  • मूंग का उत्पादन राजस्थन में सबसे अधिक होता हैं जो की कुल उत्पादन का 46% है। राजस्थान में खरीफ मौसम में 20% दाल का उत्पादन होता है और रबी के मौसम में 16% दाल का उत्पादन होता है।

3. महाराष्ट्र

  • महाराष्ट्र देश का तीसरा सबसे बड़ा दाल उत्पादक राज्य है। महाराष्ट्र में अरहर का उत्पादन 27 % तक होता है जो की कुल उत्पादन का बड़ा भाग है। 
  • चना उत्पादन में भी कुल उत्पादन 20% तक है। मूंग दाल का उत्पादन महाराष्ट्र में 9% कुल उत्पादन का भाग है।महाराष्ट्र में दोनों मौसम खरीफ और रबी में 15% दाल का उत्पाद होता है।

4. कर्नाटक

  • कर्नाटक का स्थानों दाल उत्पादन में चौथा है यहां पर सबसे अधिक उत्पादन अरहर की दाल का होता है जो की कुल उत्पादन का 29% है। 
  • कर्नाटक में चना, हॉर्स ग्राम, मूंग, उड़द का उत्पादन भी बड़े पंने पर होता है। कर्नाटक में देश के कुल उत्पादन का 11% उत्पादन खरीफ और 8% उत्पादन रबी के मौसम में होता है। 

5. उत्तर प्रदेश 

  • उत्तर प्रदेश देश का पांचवा सबसे बड़ा दाल उत्पादक राज्य है। उत्तर प्रदेश में मसूर, मूंग, चना, अरहर, मोठ दाल का उत्पादन होता है। 
  • कुल मसूर उत्पादन का 33% उत्पादन अकेला उत्तर प्रदेश में होता है। देश के कुल दाल उत्पादन में उत्तर प्रदेश का हिस्सा 8% खरीफ के मौसम में हैं और 10% रबी के मौसम में है।

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6. आंध्र प्रदेश 

  • दाल उत्पादन में आंध्र प्रदेश का स्थान छटे नंबर पर आता है, आंध्र प्रदेश में कुल उत्पादन का हिस्सा 5% खरीफ के मौसम में हैं और 4% हिस्सा रबी के मौसम में हैं। उड़द, अरहर, चना दाल का उत्पादन यहां पर होता हैं। 
  • आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक उड़द का उत्पादन होता है जो की कुल उत्पादन का 38% (खरीफ) और 44 % (रबी) है। 

7. गुजरात 

  • दाल उत्पादन में गुजरात का नाम सातवें स्थान पर आता है। गुजरात में अरहर, चना, मूंग और उड़द की दलों का उत्पादन होता है। 
  • गुजरात में दाल उत्पादन का कुल हिस्सा (3% खरीफ के मौसम में हैं और 4% रबी के मौसम में है।

8. झारखण्ड 

  • झारखण्ड देश का आठवां सबसे बड़ा दाल उत्पादक राज्य है। यहां देश के कुल उत्पादन का 3% भाग खरीफ और रबी के मौसम में होता है। 
  • झारखण्ड में तौर दाल का उत्पादन 11% तक होता है। इसके अलावा यहां 7 % उड़द की दाल का उत्पादन होता है। 

9. तमिलनाडु 

दाल उत्पादन के मामले में तमिलनाडु का नौवां स्थान है। तमिलनाडु में कुल उत्पादन का 7 % भाग उत्पादित होता है।

10. छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ का स्थान दाल उत्पादन में दसवें स्थान पर आता है। छत्तीसगढ़ देश का कुल 5 % दाल उत्पादन करने वाला राज्य है। 

दालों के अधिक उत्पादन के लिए कुछ जरूरी बातें 

भारत में दाल का उत्पादन बड़े क्षेत्र में होता है, दाल का अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए नयी तकनीकों का और फसल प्रबंधन कार्यो का ज्ञान होना बहुत आवश्यक है, नीचे कुछ रणनीतियाँ दी गयी हैं जिनको किसान अपनाके अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं -

1.अधिक उत्पादन के लिए खेत की तैयारी 

  • अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए भूमि की अच्छे से जुताई करना बहुत आवश्यक है। 
  • अच्छी जुताई भूमि को भुरभुरा करती है और भूमि की कठोर परत को तोड़ती है जिससे भूमि की जल धारण क्षमता में वृद्धि होती है और फसलों की जड़ो का विकाश भी अच्छे से होता है। 

2. फसल में खाद और उर्वरक प्रबंधन 

  • फसल में खाद और उर्वरक का समय पर और शै से प्रबंधन बहुत आवश्यक होता है। खेत में आखरी जुताई के समय गोबर की खाद खेत में डेल और फिर जुटी करे जिससे की खाद मिटटी में मिल सकें। 
  • फसल में समय पर खाद और उर्वरक डालें जिससे की फसल की अच्छी वृद्धि हो और उत्पादन भी अच्छा हो सकें।

3. उन्नत और अधिक उत्पादन देने वाली किस्में 

  • अधिक उत्पादन देने वाली किस्मों का चुनाव तो करना जरूरी होता है परन्तु यह भी ध्यान रखना बहुत आवश्यक है की आपके क्षेत्र में कौन सी बीमार या रोग फसल में आती है, उस रोग से वो किस्म प्रतिरोधी होनी बहुत आवश्यक है। 
  • रोग प्रतिरोधी अधिक उत्पादन देने वाली किस्मों का चुनाव बहुत आवश्यक होता है। 

4. कृषि वैज्ञानिकों और मौसम विभाग की सलाह

  • फसल की बुवाई करने से पहले किसानों कृषि वैज्ञानिकों से किस्म और फसल प्रकार के बारे में सलाह लेनी चाहिए ताकि फसल उत्पादन की सही रणनीतियाँ आप तैयार कर सकें। 
  • फसल की बुवाई करने से पहले मौसम विभाग की सलाह भी लेनी चाहिए जिससे की मौसम के अनुसार फसल की बुवाई की जा सकें। 

निष्कर्ष 

इस लेख को पढ कर आपने भारत के 10 दाल उत्पादक राज्यों के बारे में जाना है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा दाल उत्पाक देश हैं जो की संसार में 27-28% तक दलों का उत्पादन करता है। 

भारत की जलवायु और मोषम परिस्थिति खेती के अनुकूल हैं जिससे की कई प्रकार की फसलों की खेती भारत में की जा सकती है।

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