नारियल विकास बोर्ड ने विश्व नारियल दिवस पर संशोधित योजनाओं की शुरुआत की

By : Tractorbird Published on : 09-Sep-2025
नारियल

नारियल विकास बोर्ड (Coconut Development Board - CDB) ने विश्व नारियल दिवस के अवसर पर केरल के अंगमाली स्थित एडलक्स कन्वेंशन सेंटर में एक भव्य समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर बोर्ड ने अपनी नई संशोधित योजनाओं का शुभारंभ किया और साथ ही नारियल उद्योग में योगदान देने वाले निर्यातकों को उत्कृष्टता पुरस्कार भी प्रदान किए।

समारोह में मुख्य अतिथि द्वारा घोसणा

  • समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सांसद एवं नारियल विकास बोर्ड के सदस्य श्री एम.के. राघवन ने नारियल क्षेत्र में प्रसंस्करण और उत्पाद विविधीकरण की आवश्यकता पर विशेष बल दिया। 
  • उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा नारियल खेती और उद्योग को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं और इनके अंतर्गत मिलने वाली वित्तीय सहायता को भी कई गुना बढ़ाया गया है। 
  • श्री राघवन ने किसानों से नारियल उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के अवसर का लाभ उठाने का आग्रह किया।
  • उन्होंने इस तथ्य पर चिंता व्यक्त की कि एक समय पर नारियल उत्पादन और उत्पादकता में केरल अग्रणी राज्य था, लेकिन अब वह पिछड़ गया है। 
  • उन्होंने किसानों और संगठनों से अपील की कि वे एकजुट होकर राज्य की खोई हुई प्रतिष्ठा वापस दिलाने के लिए ठोस और योजनाबद्ध प्रयास करें।

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नारियल विकास बोर्ड से मिलने वाली सब्सिडी में हुई बढ़ोतरी 

  • नारियल विकास बोर्ड के सीईओ डॉ. प्रभात कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि सतत उत्पादन और लाभप्रदता सुनिश्चित करने के लिए खेती, प्रसंस्करण, विपणन और निर्यात—सभी क्षेत्रों में एकीकृत प्रयास आवश्यक हैं। 
  • उन्होंने बताया कि संशोधित लागत मानदंडों के अंतर्गत क्षेत्र विस्तार कार्यक्रम के लिए सब्सिडी 6,500 रुपये प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर 56,000 रुपये कर दी गई है। इसी प्रकार, पौध उत्पादन हेतु सब्सिडी 8 रुपये से बढ़ाकर 45 रुपये की गई है।
  • उन्होंने कहा कि नारियल उद्योग के दीर्घकालिक विकास के लिए किसानों, उद्यमियों और निर्यातकों को साझेदारी और सहयोग की भावना से काम करना होगा।
  • बोर्ड के अध्यक्ष श्री सुबा नागराजन ने बताया कि नारियल की खेती और उद्योग के एकीकृत विकास को प्रोत्साहित करने के लिए बजट आवंटन बढ़ाया गया है। 
  • उन्होंने संशोधित योजनाओं, मूल्य संवर्धन और कौशल विकास पहलों के माध्यम से एक जलवायु-प्रतिरोधी नारियल अर्थव्यवस्था के निर्माण की प्रतिबद्धता दोहराई। उनका मानना है कि इससे लाखों किसानों और श्रमिकों के लिए स्थायी आजीविका सुनिश्चित की जा सकेगी।

नारियल विकास बोर्ड के प्रकाशनों का विमोचन

  • इस अवसर पर नारियल विकास बोर्ड की कई महत्वपूर्ण प्रकाशन सामग्रियों का विमोचन भी किया गया।
  • श्री एम.के. राघवन ने उन्नत नारियल खेती की तकनीकें जारी कीं।
  • बोर्ड के सीईओ डॉ. प्रभात कुमार ने अंग्रेजी संस्करण की योजना पुस्तिका का विमोचन किया।
  • अध्यक्ष श्री सुबा नागराजन ने हिंदी संस्करण की योजना पुस्तिका जारी की।
  • मुख्य नारियल विकास अधिकारी डॉ. बी. हनुमंते गौड़ा ने संशोधित योजनाओं पर विस्तृत दिशानिर्देश प्रस्तुत किए।

यह पूरा आयोजन नारियल क्षेत्र में नए अवसरों और विकास की संभावनाओं को दर्शाता है। किसानों, उद्यमियों और निर्यातकों को एक साझा मंच पर लाकर नारियल आधारित अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूत एवं प्रतिस्पर्धी बनाने का यह प्रयास भविष्य में ग्रामीण आजीविका और निर्यात वृद्धि दोनों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।

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