बकरी पालन का चलन ग्रामीण क्षेत्रों के साथ साथ शहरी क्षेत्रों में भी तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है। इन छोटे पशुओं का पालन अधिक पैसा कमाने के लिए किया जाता है।
गाँव क्षेत्रों में बकरी पालन मुख्यतः मीट और दूध के लिए होता है। शहरी क्षेत्रों में लोग बकरी और बकरे का मीट खाते हैं।
इसलिए इनकी मांग हमेशा बनी रहती है। वहीं सरकार बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को सब्सिडी देने की कोशिश कर रही है।
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छोटे और गरीब किसानों के लिए बकरी पालन पैसे कमाने का सबसे महत्वपूर्ण साधन है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और झारखंड जैसे कई राज्यों में बकरियां बेचकर तुरंत पैसा कमाया जा सकता है।
लेकिन अधिकांश किसानों को बकरी पालन से अधिकतम मुनाफा कैसे कमाया जाए पता नहीं है।
अगर कोई किसान सरकार के सहयोग से बकरी पालन यूनिट शुरू करता है तो कुछ ही सालों में भारी मुनाफा कमाया जा सकता है, हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार बकरी पालन संस्थाओं को ऋण दे रही है।
आप उत्तर प्रदेश के किसान हैं तो इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
राष्ट्रीय पशुधन मिशन से 50 लाख रुपये की सब्सिडी लेना चाहते हैं तो आपको पांच सौ बकरियां पालनी होंगी।
इसके लिए आपको 25 बीजू बकरियां भी रखनी होगी। 500 बकरियों और 25 बीजू बकरियों के पालन की परियोजना का मूल्य एक करोड़ रुपये है। 50 लाख रुपये की सब्सिडी इस पर मिल सकती है।