खरीफ फसलों की बुवाई का कार्य शुरू होने वाला है। खरीफ के मौसम में किसान धान, बाजरा, ज्वार, रागी, मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, मूंगफली, सोयाबीन, और तिल की खेती होती है।
इन फसलों से अच्छे दाम अगर किसानो को मिल जाते है तो उनको फायदा हो सकता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने खरीफ सीजन 2025-26 के लिए फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) घोषित कर दिया है।
सरकार ने कई फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 50% से अधिक मूल्य तय किया है। नीचे आप इन फसलों की नाम और नए न्यूनतम समर्थन मूल्य के बारे में विस्तार से जान सकते है।
खरीफ के मौसम में कई प्रकार की फसले उगाई जाती है जैसे कि अनाज फसलें, दलहन फसलें, तिलहन फसलें, और वाणिज्यिक फसलें जो की सभी मुलाय के साथ निम्नलिखित है -
खरीफ सीजन 2025-26 के लिए धान (ग्रेड-A) का ₹2389 रखा गया है, जो ₹2320 से ₹69 अधिक है।
खरीफ सीजन 2025-26 के लिए ज्वार (हाइब्रिड किस्म) का MSP ₹3699 है। यह 2024-25 के मुकाबले ₹328 ज्यादा है।
खरीफ सीजन 2025-26 के लिए बाजरा का MSP ₹2775 घोषित किया गया है, जो पिछले साल से ₹150 अधिक है।
खरीफ सीजन 2025-26 के लिए रागी का MSP ₹4886 रखा गया है। यह 2024-25 के ₹4290 से ₹596 अधिक है।
खरीफ सीजन 2025-26 के लिए मक्का का MSP ₹2400 निर्धारित किया गया है, जो पिछले साल ₹2225 था।
ये भी पढ़ें: रबी फसल और खरीफ फसल के बीच अंतर और इनकी सूची
खरीफ सीजन 2025-26 के लिए अरहर (तुअर) का MSP ₹8000 घोषित किया गया है, जो पीछे साल ₹7550 था इस साल इसमें ₹450 की वृद्धि की गयी है।
खरीफ सीजन 2025-26 के लिए मूंग का MSP ₹8768 तय किया गया है, जो पीछे साल से ₹86 ज्यादा है।
खरीफ सीजन 2025-26 के लिए उड़द का MSP ₹7800 रखा गया है, जो पिछले साल से ₹400 अधिक है।
खरीफ सीजन 2025-26 के लिए मूंगफली का MSP ₹7263 तय किया गया है, जो पीछे साल से ₹480 अधिक है।
खरीफ सीजन 2025-26 के लिए सूरजमुखी का MSP ₹7721 रखा गया है। पिछले वर्ष की तुलना में ₹441 की वृद्धि हुई है।
खरीफ सीजन 2025-26 के लिए सोयाबीन का MSP ₹5328 घोषित किया गया है, जो पिछली साल से ₹436 ज्यादा है।
तिल (सेसमम) का MSP ₹9846 रखा गया है। पीछे साल की तुलना में ₹579 अधिक है।
खरीफ सीजन 2025-26 के लिए कपास (लॉन्ग स्टेपल) का MSP ₹8110 घोषित किया गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में ₹589 अधिक है।
इस साल MSP 2025-26 में किसानों को फसलों के लिए अच्छा मूल्य मिल रहा है जो की किसानों के लिए अच्छी खबर है।
अच्छा दाम मिलने से किसानों की आय में वृद्धि होगी। जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और खेती को बढ़ावा मिलेगा।