हरियाणा में विशेष गिरदावरी के आदेश; किसानों का कहना है कि बारिश के कारण गेहूं और सरसों की कटाई में एक सप्ताह की देरी होगी। बेमौसम भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने किसानों के बंपर फसल के सपने को चकनाचूर कर दिया है।
बेमौसमी भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि और तेज तूफान ने किसानों की बिना पकी हुई गेहूं की फसल को बिछा दिया है और पकी हुई सरसों की फसल को झाड़ दिया है। जिससे किसानों को बहुत नुकसान हुआ है।
हरियाणा के कई जिलों में भारी ओलावृष्टि हुई है। ओलावृष्टि मुख्य रूप से हरियाणा के झज्जर, रोहतक, भिवानी और चरखी दादरी जिलों में हुई है जहा मुख्य रूप से सरसों की पैदावार ज्यादा होती है।
इस प्राकर्तिक आपदा से किसानों को थोड़ी राहत देने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों की विशेष गिरदावरी करने की घोषणा की। राज्य विधानसभा में बोलते हुए, खट्टर ने किसानों से आग्रह किया कि वे 72 घंटे के भीतर अपनी क्षतिग्रस्त फसल के डेटा को ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपलोड करें, ताकि क्षतिग्रस्त फसलों के लिए समय पर मुआवजे का भुगतान किया जा सके।
पिछले दो दिनों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई है। आईएमडी के चंडीगढ़ केंद्र द्वारा बारिश की रिपोर्ट के अनुसार, करनाल में अधिकतम 50.8 मिमी बारिश हुई, इसके बाद अंबाला में 49 mm, कुरुक्षेत्र में 44 mm, रोहतक में 34 mm, गुरुग्राम में 30 mm, महेंद्रगढ़ में 29 mm और यमुनानगर में 26 mm बारिश हुई। अधिकारियों को कारवाई के लिए मजबूर किया।
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किसानों ने कहा कि बारिश और हवाओं ने गेहूं की अधिकांश फसल को चौपट कर दिया है और इससे अनाज की वृद्धि प्रभावित होगी जिससे उपज में गिरावट आएगी। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण गेहूं और सरसों की कटाई में एक सप्ताह की देरी होगी।
सबसे पहले ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर जाने के लिए आपको मेरा फसल मेरा ब्यौरा (हरियाणा) पर जाना होगा। इसके बाद आपको किसान अनुभाग पर क्लिक करना होगा ये करने के बाद आपको दिखेगा किसान पंजीकरण, पंजीकरण प्रिंट, बैंक विवरण बदले इसके बाद आपको निचे दिखेगा ई-फसल क्षतिपूर्ति सुचना ये सूचना देने के लिए आपका मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण अनिवार्य है।
ई-फसल क्षतिपूर्ति पर क्लिक करके आपको आगे जाना है और ये पोर्टल खुल जायेगा। इसके बाद जो आपने फसल पंजीकरण के समय पीपीपी आईडी (मतलब परिवार पहचान पात्र), एफएफएमबी आईडी या मोबाइल नंबर दर्ज किया था इनमें से एक को भरना है। दर्ज किये गए नंबर पर OTP आएगा वो भरने के बाद आपकी फसल का विवरण आपके सामने आ जाएगा।
इसके बाद इसमें देखके भरना है कि आपकी फसल में कितने प्रतिशत नुकसान हुआ है और किस तारीख को बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई थी। ये सब भरने के बाद आपको अपना विवरण दर्ज कर देना है।