भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के आधार पर किसानो के लिए मासिक सुझाव
By : Tractorbird News Published on : 26-Apr-2023
गेहूं
- गेहूं की फसल की कटाई करें क्योंकि आगे शुष्क मौसम की उम्मीद है।
- किसानों को गेहूं की फसल के सुरक्षित भंडारण की व्यवस्था रखने की सलाह दी जाती है।
कपास
किसानों को कपास की फसल की बुवाई के लिए खेत की तैयारी करने की सलाह दी जाती है।
तिलहन
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे कटी हुई सरसों की फसल को सुरक्षित स्थान पर जमा करें।
गन्ना
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे गन्ने की बुवाई करें।
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सब्ज़ियाँ
खीरे और अन्य सब्जियों जैसे टमाटर, मिर्च, बैंगन और भिंडी की नियमित अंतराल पर कटाई करें ताकि अधिकतम उपज प्राप्त हो सके। पानी की कमी से बचने के लिए 4-5 दिनों के अंतराल पर नियमित रूप से सिंचाई करें।
फल
- तापमान में वृद्धि के साथ फलों का गिरना बढ़ रहा है।
- आड़ू और बेर के बागों में मिट्टी को लगातार नम रखें। सिट्रस, लीची में बार-बार और हल्की सिंचाई करें।
- नए लगाए गए फलों के पौधों के रूट-स्टॉक भाग से उत्पन्न होने वाले सकर को नियमित रूप से हटा दें। आम में ख़स्ता फफूंदी का प्रबंधन करने के लिए, कोंटाफ @1.0 मि.ली. प्रति लीटर पानी का छिड़काव करें।
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पशुपालन (गाय)
- नवजात पशुओं को पहले 10 दिन की उम्र में, उसके बाद 15 दिन की उम्र में और फिर तीन महीने बाद फिर से कृमिनाशक दवा दी जानी चाहिए। दवाओं की उचित खुराक बना कर ही पशुओं को दे।
- इसके बाद एक साल की उम्र तक हर 3 महीने के बाद कृमिनाशक दवा का ध्यान रखना चाहिए।
- पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान के 3 महीने बाद गर्भावस्था का निदान किया जाना चाहिए।
- डेयरी पशुओं को कभी भी अधिक अनाज नहीं देना चाहिए, क्योंकि इससे कीटोसिस हो सकता है और उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।