जैसा की आप जानते है यूरिया नाइट्रोजन का बहुत बड़ा स्त्रोत है। भारत के किसान फसल में नाइट्रोजन की आपूर्ति के लिए सबसे ज्यादा यूरिया का इस्तेमाल करते है। यूरिया के इस्तेमाल से फसल की अच्छी बढ़वार होती है जिससे फसल की पैदावार बढ़ती है। यूरिया के एक बैग में 46 % नाइट्रोजन होती है बस यही एक कमी है यूरिया के बैग में ।
इसी को देखते हुए किसानों के लिए एक नया प्रोडक्ट लॉन्च किया गया है जिसका नाम है 'यूरिया गोल्ड'। इस खाद में से नाइट्रोजन के आलावा ओर भी पोषक तत्व है जिससे फसल की पैदावार अधिक होगी और किसानों को अच्छा मुनाफा होगा।
पीएम मोदी ने राजस्थान के सीकर में अपनी यात्रा के दौरान “यूरिया गोल्ड” नामक एक नई प्रकार की यूरिया लॉन्च की, जो सल्फर से लेपित है जो मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने और किसानों के खर्चों को कम करने में मदद कर सकती है।
इसके इस्तेमाल से आपको खेतों में कम खाद देनी पड़ेगी और फसल की क्वालिटी भी बढ़ेगी। यह यूरिया की एक नई किस्म है। यह सल्फर कोटेड यूरिया (SCU) होता है। इसलिए इसे सल्फर यूरिया भी कहते हैं। इसके इस्तेमाल का एक बड़ा फायदा यह है कि इससे मिट्टी में सल्फर की कमी नहीं रहेगी। इस समय यह यूरिया राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर लिमिटेड (RCF) कंपनी द्वारा बनाया जा रहा है।
यूरिया गोल्ड में दो न्यूट्रिएंट है नाइट्रोजन और सल्फर। यूरिया की तुलना में सल्फर कोटेड यूरिया से नाइट्रोजन धीरे-धीरे रिलीज होती है। यूरिया गोल्ड में ह्यूमिक एसिड मिलाने से उर्वरक के रूप में इसका जीवनकाल बढ़ जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 15 किलो यूरिया गोल्ड 20 किलो पारंपरिक यूरिया के बराबर फायदा देता है। सल्फर कोटेड यूरिया किसानों के लिए अधिक किफायती और प्रभावी विकल्प बनेगा।