PM Kisan Yojana सरकार की बड़ी योजनाओं में से एक है। किसानों को इस योजना के तहत हर साल 6,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। किसानों को हर चार महीने में 2,000 रुपए की तीन किस्तों में यह राशि दी जाती है। किसानों को अब पीएम किसान सम्मान निधि योजना की चौथी किस्त मिल चुकी है और वे इसकी पांचवीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच, पीएम किसान योजना की पंद्रहवीं किस्त (पंद्रहवीं किस्त) से संबंधित एक नवीनतम रिपोर्ट सामने आई है।
इस योजना के तहत अब बहुत से किसानों को 15 किस्त से वंचित किया जा सकता है। इस बार, बहुत से किसानों को पीएम किसान योजना की पंद्रह किस्त नहीं मिलेगी। इसलिए सरकार अब इस योजना के लिए नियमों को और कठोर बना रही है। इसके तहत, किसानों को पीएम किसान योजना की 15 वीं किस्त मिलने पर यह तीन कार्य करना बहुत जरूरी होगा।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को दी जाने वाली पीएम किसान सम्मान निधि योजना की पांचवीं किस्त के लिए इस बार आवेदन शुरू हो गए हैं। माना जाता है कि पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किस्त में लाभार्थियों की संख्या कम हो सकती है। इसके तहत, पीएम किसान योजना की लिस्ट से बहुत से लोगों का नाम हटाया गया है, हर किस्त से पहले। ऐसे हालात इस बार भी हो सकते हैं। आप ई-केवाईसी (e-KYC) नहीं करते हैं तो आप भी लिस्ट से बाहर हो सकते हैं।
आपको इन तीन कार्यों को पूरा करना अनिवार्य है अगर आप आसानी से 15वीं किस्त पाना चाहते हैं। ईकेवाईसी इसका पहला लक्ष्य है। ईकेवाईसी (e-KYC) प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं की है तो इसे जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए।
ईकेवाईसी की आखरी तारीख 30 सितंबर है। ईकेवाईसी करना बहुत आवश्यक है ताकि किसानों को लगातार पीएम किसान योजना का लाभ मिल सके, किसानों को इसे पहले पूरा करना चाहिए। यदि आपका मोबाइल नंबर आधार से नहीं लिंक है, तो आपको इसे जल्दी लिंक करना चाहिए। ई-केवाईसी (E-KYC) प्रक्रिया भी इसके बिना पूरी नहीं होगी। साथ ही, आपको 15वीं किस्त की राशि मिलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करना तीसरा कार्य है।
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PM किसान सम्मान निधि योजना की 15 वीं किस्त के लिए भूमि का सत्यापन कराना अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। ऐसे में किसानों को अपने भूलखों का सत्यापन तुरंत करना चाहिए। इसके लिए किसान जल्द से जल्द अपनी जमीन के दस्तावेजों को अपालोड करें। ताकि आपको पीएम किसान योजना का लाभ आसानी से मिल सके, संबंधित अधिकारी आपके भूलेखों का सत्यापन करके 15वीं किस्त के लिए क्लीन चिट दें। देखने में आया है कि पिता और पुत्र दोनों एक ही जगह पर सम्मान निधि कार्यक्रम से लाभ उठा रहे हैं। इस तरह की घटनाओं के सामने आने के बाद सरकार ने अब भूलेखों की जांच कराना अनिवार्य कर दिया है।
नवीनतम किसान मुखियाओं के भूलेखों की जांच की जाती है। इसके तहत अब ऐसे परिवारों को सूचीबद्ध करने का प्रयास किया जा रहा है जिनके माता-पिता जीवित हैं, लेकिन उनके बेटे भी मालिक हैं। इसका लाभ सिर्फ माता या पिता को मिलेगा, परिवार के अन्य युवा किसानों को नहीं मिलेगा। इसके लिए तहसील स्तर पर लेखापाल सम्मान निधि पाने वाले किसानों के भूलेखों का सत्यापन राजस्व विभाग से किया जाता है। सम्मान निधि का लाभ जिस परिवार के मुखिया को मिल रहा है, उसके बेटों को नहीं मिलेगा। भूलेखों का सत्यापन होने के बाद ही ई-केवाईसी प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी।
पीएम किसान पोर्टल (PM Kisan Portal) पर लाभार्थी किसान के परिवार में सदस्यों की संख्या और बेटों के नाम पर कराई गई जमीन का विवरण दर्ज किया जाता है। इसके अलावा, जो लोग इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं, उनमें आयकर दाता, उच्चतम आय वाले किसान, केंद्र सरकार के कर्मचारी और पेंशनधारक शामिल हैं।
यदि आपने अभी तक eKYC प्रक्रिया पूरी नहीं की है, तो आप पीएम किसान योजना के तहत पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 2,000 रुपए की किस्त नहीं पा सकेंगे। ईकेवाईसी करना बहुत सरल है। इसके लिए आपको निकटतम CSCS सेंटर पर जाना होगा और आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, भूमि विवरण, बैंक खाता पासबुक और ईमेल आईडी लेना होगा। यही स्थान है जहां आप ईकेवाईसी की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
आपको अपने मोबाइल पर पीएम किसान मोबाइल एप (PM Kisan Mobile App) को गुगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा अगर आप ऑनलाइन ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करना चाहते हैं। यह डाउनलोड करने के बाद आप फेस ऑथेंटिकेशन ई-केवाईसी (Face Authentication e-KYC), यानी अपना चेहरा दिखाकर ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। ई-केवाईसी फेस ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया इस प्रकार है:
तीसरा काम यह है कि आधार को मोबाइल से लिंक करना अनिवार्य है। आपको इस मोबाइल को अपने पास रखना चाहिए ताकि आप पीएम किसान योजना से संबंधित सूचनाओं को नियमित रूप से प्राप्त कर सकें। आप इस मोबाइल पर आए मैसेज से भी किस्त की राशि देख सकेंगे।
इसलिए, अपने आधार को मोबाइल से भी जोड़ना आवश्यक है। यह कार्य करने के लिए आप अपने खाता बैंक में अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड, मोबाइल नंबर जो आधार से जुड़ा हुआ है, आदि आवश्यक दस्तावेज देकर उसे लिंक कर सकते हैं। बैंक अधिकारी आपसे फॉर्म भरवाकर आधार को मोबाइल से जोड़ देंगे।
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