गर्मी में पशुओं का दूध बढ़ाने के लिए ज्वार की बेस्ट किस्म
By : Tractorbird Published on : 28-Apr-2025
खेती-किसानी के साथ अगर किसान पशुपालन भी करें तो उनकी आमदनी में कई गुना बढ़ोतरी हो सकती है। लेकिन सफल पशुपालन के लिए सबसे जरूरी होता है – पशुओं के खानपान का ध्यान रखना। खासकर दुधारू पशुओं के लिए सही पोषण बेहद जरूरी होता है ताकि वे अधिक मात्रा में दूध दे सकें।
विशेषज्ञों के अनुसार, हरा चारा देने से पशुओं की दूध उत्पादन क्षमता में जबरदस्त इजाफा होता है क्योंकि हरे चारे में जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं।
इसीलिए पशुपालकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने मवेशियों को पोषण से भरपूर ज्वार की हरी घास अवश्य खिलाएं।
ज्वार का चारा क्यों है खास?
- ज्वार की घास, खासकर UPMC-503 किस्म, हरे चारे के रूप में बहुत ही लाभकारी मानी जाती है। यह किस्म लगभग 50 से 60 दिनों में तैयार हो जाती है और इसकी खास बात यह है कि इसे कम बारिश वाले यानी सूखे इलाकों में भी आसानी से उगाया जा सकता है।
- यह फसल बिना कीटनाशक के भी अच्छा उत्पादन देती है और रोगों से लड़ने की भी क्षमता रखती है। UPMC-503 किस्म ज़ोनेट लीफ स्पॉट, ग्रे लीफ स्पॉट और डाउनी फफूंद जैसे आम रोगों से काफी हद तक सुरक्षित रहती है।
- एक हेक्टेयर खेत से किसान 700 से 800 क्विंटल तक हरा चारा प्राप्त कर सकते हैं, जिससे मवेशियों की पौष्टिक खुराक सुनिश्चित होती है।
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बीज खरीदें ऑनलाइन – आसान तरीका
- राष्ट्रीय बीज निगम द्वारा यह बीज ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया गया है, जहां से किसान इसे घर बैठे ऑर्डर कर सकते हैं।
- UPMC-503 किस्म के एक किलो बीज का पैक वर्तमान में 44% की छूट के साथ केवल ₹83 में मिल रहा है।
- यह बीज पशुपालकों के लिए एक किफायती और लाभकारी विकल्प बन सकता है, जिससे वे अपने पशुओं को बेहतर पोषण दे सकें।
ज्वार के चारे के फायदे
- ज्वार के हरे चारे में मक्के जितना प्रोटीन पाया जाता है और यह गर्मियों में पशुओं को ठंडक पहुंचाता है। यह चारा कम ऊर्जा की आवश्यकता वाले पशुओं के लिए भी उपयुक्त है।
- इसमें मौजूद मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन, विटामिन बी, पोटैशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पशुओं की हड्डियों और पाचन प्रणाली को मजबूत बनाते हैं।
- इससे न सिर्फ पशु स्वस्थ रहते हैं बल्कि उनके दूध की गुणवत्ता और मात्रा दोनों में सुधार होता है।
निष्कर्ष
ज्वार का हरा चारा न केवल सस्ता है बल्कि यह पशुओं के लिए संपूर्ण आहार की तरह काम करता है। इसके जरिए किसान अपनी दुग्ध उत्पादन क्षमता बढ़ाकर ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं।
अगर आप भी पशुपालन कर रहे हैं, तो इस बार ज्वार की UPMC-503 किस्म की खेती जरूर आजमाएं – इससे आपके पशु भी तंदुरुस्त रहेंगे और आमदनी भी बढ़ेगी।