केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर आज किसानों के कल्याण के लिए कृषि-ऋण (केसीसी और एमआईएसएस) और फसल बीमा (पीएमएफबीवाई/आरडब्ल्यूबीसीआईएस) पर ध्यान केंद्रित करते हुए परिवर्तनकारी पहलों की एक श्रृंखला शुरू करेंगे।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत के कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए इन पहलों की शुरुआत कर रहा है और इसका उद्देश्य वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना, डेटा उपयोग को सुव्यवस्थित करना, प्रौद्योगिकी का उपयोग करना तथा कृषि समुदाय की आजीविका में वृद्धि करना है। यह कार्यक्रम किसानों की आजीविका में सुधार लाने और कृषि परिवर्तन को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में नवाचार और कुशल सेवा वितरण प्रदान करने में भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
किसान ऋण पोर्टल (केआरपी) को कई सरकारी विभागों के सहयोग से विकसित किया गया है और यह किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के अंतर्गत क्रेडिट सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने में क्रांति लाने के लिए तैयार है। यह डिजिटल प्लेटफॉर्म किसान डेटा, ऋण वितरण की जानकारी, ब्याज सहायता और योजना की प्रगति पर एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है, जो ज्यादा केंद्रित एवं कुशल कृषि ऋण के लिए बैंकों के साथ निर्बाध एकीकरण को बढ़ावा देता है।
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यह कार्यक्रम "घर घर केसीसी अभियान" की शुरुआत का प्रतीक है, जो पूरे भारत में सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) योजना का लाभ प्रदान करने वाला एक महत्वाकांक्षी अभियान है। इस अभियान का उद्देश्य सार्वभौमिक वित्तीय समावेशन प्राप्त करने के साथ-साथ यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक किसान को ऋण सुविधाओं तक निर्बाध पहुंच प्राप्त हो जिससे उनके कृषि कार्य निर्बाध रूप से संचालित हो सकें।
कार्यक्रम के दौरान विंड्स मैनुअल का अनावरण किया जाएगा, यह मौसम सूचना नेटवर्क डेटा सिस्टम (विंड्स) पहल के प्रभाव को बढ़ाता है। व्यापक मैनुअल हितधारकों को पोर्टल की कार्यक्षमता, डेटा और प्रभावी उपयोग की गहन जानकारी प्रदान करता है, जिससे किसान, नीति निर्माता और विभिन्न कृषि संस्थान ठीक प्रकार से सूचित विकल्प का चुनाव करने में सशक्त बनते हैं।
यह बीमा उद्योग द्वारा चलाए जा रहे फसल जोखिम न्यूनीकरण और आपदा जोखिम न्यूनीकरण तथा शमन के लिए गैर-योजना पैरामीट्रिक बीमा कार्यक्रमों के अलावा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की पैरामीट्रिक फसल बीमा योजना को भी पूरा करता है। यह विंड्स प्लेटफॉर्म की स्थापना और एकीकरण के लिए राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा की जाने वाली प्रक्रियाओं को समझने, पारदर्शी और उद्देश्यपूर्ण डेटा अवलोकन तथा प्रेषण को बनाए रखता है।
यह आयोजन कृषि के लिए नवाचार और कुशल सेवा वितरण के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसका उद्देश्य वस्तुनिष्ठ निगरानी और कुशल ऋण वितरण के लिए किसान ऋण पोर्टल (केआरपी), छूटे हुए किसानों को संस्थागत अल्पकालिक कृषि ऋण उपलब्ध कराने के लिए घर-घर केसीसी अभियान और कृषि और जलवायु/आपदा जोखिम कम करने के उद्देश्यों के लिए हाइपर-स्थानीय मौसम डेटा संग्रह, प्रबंधन और उपयोग के लिए विंड्स मैनुअल जैसी पहल के माध्यम से किसानों की आय को बनाए रखना और दोगुना करना है।
यह आयोजन किसानों की समृद्धि के लिए भारत सरकार के समर्पण और नवाचार, प्रौद्योगिकी का समावेश और उन्हें कुशल सेवाएं प्रदान करने में निष्पक्षता सुनिश्चित करने का प्रतीक है। यह कोशिश और नवाचार पूरे देश के कृषक समुदाय के लिए कृषि परिवर्तन और सतत आर्थिक विकास के लक्ष्य को आगे बढ़ाने में सहायता प्रदान करेंगे।