भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों से कहा है कि वे 10 फरवरी को मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत में शामिल होने के लिए अपने 10 साल पुराने ट्रैक्टरों में पहुंचें।
उन्होंने कहा, ऐसा करने से यह संदेश जाएगा कि कृषक समुदाय के कई लोग डीजल वाहनों पर प्रतिबंध से परेशान हैं, जिनमें 10 साल से ज्यादा पुराने ट्रैक्टर भी शामिल हैं। राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहाँ की सरकार फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर लोगों को गुमराह कर रही है और कहा कि इसके लिए आंदोलन जारी रहेगा।
बीकेयू से जुड़े किसानों ने मुजफ्फरनगर जिले में पिछले हफ्ते टिकैत के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की, जिसमें किसानों से जुड़े उनके मुद्दों का समाधान मांगा गया था। टिकैत ने महापंचायत के एजेंडे के बारे में कहा, हम लंबित गन्ने के मुद्दों पर सरकार के अधूरे वादों, नए गन्ना राज्य परामर्श मूल्य (SAP), नलकूप पर बिजली मीटर स्थापित करने और सबसे महत्वपूर्ण MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर चर्चा करने जा रहे हैं।
इस बीच, बीकेयू के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा, सरकार के नए बजट से भी किसानों को कुछ नहीं मिला। सरकार गन्ना मूल्य और लंबित गन्ना भुगतान के बारे में बात नहीं कर रही है, सरकार किसानों को झूठे दिलासे ही देती है।
बीकेयू के सूत्रों ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) से जुड़े शामली, बागपत, मेरठ, सहारनपुर आदि के कई किसान नेता इस महापंचायत में शामिल होने वाले है।