कृषि सखी योजना क्या है, कैसे मिलेगा महिला किसानों को लाभ ?
By : Tractorbird News Published on : 22-Jun-2024
भारत सरकार ने कृषि क्षेत्र को सुधारने और किसानों का जीवन बेहतर बनाने के लिए कृषि सखी योजना शुरू की है।
मृदा परीक्षण, बीज प्रसंस्करण, जैविक खाद उत्पादन, फसल संरक्षण कटाई और अन्य कृषि-संबंधी कार्यों में ट्रेनिंग इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को दी जाएगी।
महिलाएं इस ट्रेनिंग के माध्यम से न केवल किसानों की मदद करेंगे बल्कि कृषि क्षेत्र में अच्छा ज्ञान प्राप्त करने में भी सक्षम होंगी।
शिक्षा प्राप्त करने के बाद, महिलाएं कृषि सखी गांवों में कृषि उद्यमी बन सकती हैं। जिससे वह न केवल दूसरे किसानों को सलाह देगी बल्कि स्वयं कृषि करके अच्छी आय प्राप्त कर सकेगी।
कृषि सखी योजना का लक्ष्य
- भारत सरकार ने कृषि सखी योजना को शुरू किया जिसका मुख्य उद्देश्य किसानों को तकनीकी ज्ञान और सहायता प्रदान करना है।
- इसके लिए बहुत सी बहनों को कृषि सखी बनने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
- जिससे वह खेती में कई कार्य करके किसानों का सहयोग कर सकेंगी और हर साल लगभग 60 से 80 हजार रुपये अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं।
- यह योजना महिलाओं को खेती में अधिक शामिल करेगी। जिससे महिलाएं सशक्त और आत्मनिर्भर होकर अपना जीवन यापन कर सकें।
- कृषि सखी योजना का उद्देश्य किसानों को कृषि विशेषज्ञता प्रदान करना है, जिससे ग्रामीण महिलाओं का खेती में दखल बढ़ेगा और ग्रामीण रोजगार में भी महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
- इस योजना के माध्यम से किसानों की आय भी बढ़ेगी क्योंकि इस योजना के तहत कृषि सखी के लिए अनुभवी महिलाओं को चुना जाएगा।
- कृषि सखियों को इस कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न कृषि पद्धतियों का व्यापक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- किसानों को सहायता और मार्गदर्शन देने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित होगा।
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कितने राज्यों में होगी इस योजना की शुरूवात ?
- केंद्र सरकार का लक्ष्य देश की तीन करोड़ महिलाओं को सरकारी योजनाओं के माध्यम से लखपति बनाना है।
- इनमें से एक करोड़ महिलाओं को लखपति बनाया गया है, और बाकी दो करोड़ महिलाओं को कृषि सखी योजना के माध्यम से सशक्त और स्वतंत्र बनाया जाएगा।
- इस योजना को कृषि और ग्रामीण मंत्रालय मिलकर चलाएंगे, जिससे महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी। इन दोनों मंत्रालयों ने भी एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
- कृषि सखी योजना का पहला चरण देश के बारह राज्यों में शुरू हुआ है।
- ये निम्नलिखित हैं: तमिलनाडु, ओडिशा, राजस्थान, मेघालय, आंध्र प्रदेश, झारखंड, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, महाराष्ट्र आदि।
योजना के तहत कितनी महिलाओं को मिलेगा प्रशिक्षण ?
- इस योजना को देश के कुल बारह राज्यों में लागू किया जाएगा। पूरे 90 हजार महिलाओं को पहले चरण में शिक्षित किया जाएगा।
- कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि विभाग इस प्रशिक्षण को प्रदान करेंगे। कृषि सखी कार्यक्रम ने अब तक 34,000 से अधिक कृषि सखियों को पैरा एक्सटेंशन कर्मी प्रमाणित किया है।
- कृषि पैरा विस्तार कार्यकर्ताओं के रूप में इन कृषि सखियों को चुना गया है क्योंकि उन्हें खेती का अच्छा ज्ञान है।
- महिलाओं को कृषि पैरा एक्सटेंशन में शामिल होने के बाद 56 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसमें उन्हें फसल काटने से लेकर जमीन की तैयारी तक इकोलॉजिकल अभ्यास कराया जाएगा।
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कृषि सखी योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता
- आप भी कृषि सखी योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आपको बता दें कि इस योजना का लाभ केवल भारतीय महिलाओं को मिलेगा।
- इस योजना का लाभ देश की गरीब और कम आय वाली महिलाओं को मिलेगा।
- महिला आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं कृषि सखी कार्यक्रम में पात्र होंगी।
- कृषि सखी कार्यक्रम देश के बारह राज्यों में लागू होगा।
कृषि सखी योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?
- कृषि सखी योजना में आवेदन करने के लिए आपको सबसे पहले अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय में जाना होगा।
- आपको वहां जाकर कृषि सखी योजना के लिए आवेदन फॉर्म लेना होगा। प्राप्त आवेदन फॉर्म में पूछी गई जानकारी भरना होगा।
- इसके बाद आपको आवेदन पत्र में आवश्यक सभी दस्तावेजों को संलग्न करना होगा।
- आपको सभी विवरण भरने के बाद आवेदन फॉर्म के साथ सभी दस्तावेजों को वही स्थान पर वापस जमा करना होगा जहां से आपने फॉर्म प्राप्त किया था।
- आपको आवेदन पत्र जमा करते समय एक रसीद भी दी जाएगी।आपको उस रसीद को सुरक्षित रखना होगा।
- आपका आवेदन फॉर्म संबंधित अधिकारी द्वारा जांच किया जाएगा। सही मिलने पर आपको कृषि सखी मिलेगा ।