केंद्रीय यांत्रिक इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान ने किसानों के लिए लॉन्च किया नया कॉम्पैक्ट ट्रैक्टर
By : Tractorbird News Published on : 01-Jul-2024
भारत की लगभग आधी से ज्यादा आबादी खेती पर आश्रित है, जिनमें से 80 % सीमांत और छोटे किसान हैं, अधिकांश किसान आज भी बैलों से खेती करते हैं।
ऐसे में उनके लिए खराब रिटर्न, रखरखाव और परिचालन लागत एक बड़ी चुनौती बन गई हैं। ट्रैक्टर महंगे हैं और छोटे किसानों के बजट से बाहर हैं।
सीएसआईआर-केंद्रीय यांत्रिक इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान (CSIR-CMERI) ने छोटे और सीमांत किसानों के लिए कम हॉर्स पावर रेंज का एक कॉम्पैक्ट, किफायती और सरल संचालन वाला ट्रैक्टर बनाया है।
यहां हम आपको इस ट्रेक्टर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देंगे।
बड़े पैमाने पर होगा कॉम्पैक्ट ट्रैक्टरों का निर्माण
- यह कॉम्पैक्ट ट्रैक्टर कम लागत में छोटे और सीमांत किसानों की कृषि उत्पादकता बढ़ा सकता है।
- एमएसएमई (MSME) ने इस ट्रैक्टर को बड़े पैमाने पर बनाने के लिए मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की योजना बनाई है।
- याद रखें कि उन्होंने मौजूदा कई एसएचजी में इस तकनीक को बढ़ावा दिया है, और देश के छोटे और सीमांत किसानों के लिए विशेष रूप से नए एसएचजी बनाने की कोशिश की गई है।
- साथ ही, सीएसआईआर-केंद्रीय यांत्रिक इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान बड़े पैमाने पर इस ट्रैक्टर को बनाने के लिए स्थानीय कंपनियों को लाइसेंस देने पर भी विचार कर रहा है।
- इससे स्थानीय किसानों को इस कॉम्पैक्ट ट्रैक्टर की टेक्नोलॉजी आसानी से मिल सकेगी।
कॉम्पैक्ट ट्रैक्टर के फीचर्स
- ये ट्रैक्टर बाथ्रिन फीचर्स के साथ निर्मित है, इसमें 9 HP का डीजल इंजन ट्रैक्टर में लगाया गया है।
- इसमें आठ Forward और दो Reverse स्पीड गियरबॉक्स हैं, और इसका पीटीओ जो 540 rpm पर छह स्प्लिन के साथ आते हैं।
- इस छोटे से ट्रैक्टर का वजन 450 किलोग्राम है। इस ट्रैक्टर में 4.10 के फ्रंट टायर और 6.16 के रियर टायर दिए गए हैं।
- इस मिनी ट्रैक्टर का ग्राउंड क्लीयरेंस 255 मिमी, टर्निंग रेडियस 1.75 मीटर और व्हीलबेस 1200 मिमी है।
- यदि छोटे किसान इस छोटे से ट्रैक्टर का उपयोग करते हैं, तो यह उनकी खेती में तेजी लाएगा और बैलगाड़ी से लगने वाले दिनों की जरूरत को कुछ घंटों में पूरा करेगा। इससे खेती और रखरखाव दोनों की लागत कम होगी।