केला पुरे वर्ष भर खाने में इस्तेमाल होने वाला फल है। भारत में केले की खेती दक्षिणी राज्यों में की जाती है। सरकार केले की किस्मों पर अनुदान भी देती है जिससे की किसानों को अच्छी किस्म के पौधे प्राप्त हो सकें। इस सब्सिडी का मुख्य उद्देश्य किसानों की पैदावार में वृद्धि करना है जिससे उनको अच्छा मुनाफा हो सके। इसी कड़ी में सरकार किसानों को केले की खास किस्म जी-9 पर सब्सिडी दे रही है।
सरकार इस किस्म पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी दे रही है। केले की जी-9 किस्म अच्छी पैदावार देने वाली किस्म है। इस किस्म की बाजार में मांग भी काफी अच्छी है और किसानों को इसका अच्छा भाव भी मिल जाता है। इस लेख में आप इस योजना से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी के बारे में जानेंगे।
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जी-9 किस्म उगाने से कितना होगा मुनाफा?
जी-9 किस्म का एक पौधा 45 किलोग्राम तक फल उत्पादन करता है। इस वैरायटी के एक फल का वजन 190 - 300 ग्राम है। इसके अलावा किसान के अनुभव की बात करें तो मुजफ्फरपुर जिले के मछही गांव के किसान इस किस्म की खेती करते हैं , उनसे जानने के बाद पता लगा केले की जी-9 किस्म की खेती करने पर प्रति एकड़ 3.50 लाख रुपए तक की आमदनी हो रही है।
इस किस्म की खास बात यह है कि यह 9 माह में तैयार हो जाती है। इस किस्म को उगा कर किसान कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
केले की खेती पर कितनी सब्सिडी दे रही है सरकार?
सरकार किसानों को राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत केले की खेती के लिए प्रेरित कर रही है जिससे की किसानों को फायदा हो सके। बिहार में केले की खेती पर सब्सिडी दी जा रही है। सब्सिडी से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप जिले के उद्यान विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
बिहार सरकार द्वारा किसानों को इसकी ट्रैंनिंग भी दी जाती है। केले के साथ ही किसानों को आम, अमरुद, संतरा, पपीता आदि की बागवानी करने की ट्रेनिंग दी जाती है। बिहार के अलावा छत्तीसगढ़ में भी केले की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है और इस पर सब्सिडी दी जाती है।
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जो किसान इस योजना का फायदा लेना चाहते हैं उनके पास निम्नलिखित दस्तावेज होने बहुत आवश्यक है -